भारतीय मूल के इंजीनियर संजय रामभ्रदन बनें टेक्सास लाइसेम के अध्यक्ष
लाइसेम एक गैर-लाभकारी संगठन है, जो टेक्सास में अगली पीढ़ी के लिए शीर्ष नेताओं की पहचान करने के लिए काम करता है।
ह्यूस्टन [ एजेंसी ]। भारतीय मूल के अमेरिकी इंजीनियर संजय रामभ्रदन को टेक्सास लाइसेम का अध्यक्ष नियुक्ति किया गया है। संजय पहले अप्रवासी भारतीय हैं, जिसको टेक्सस लाइसेम का अध्यक्ष नियुक्ति किया गया है। ऑस्टिन के टेक्सास कैपिटल में रामभद्रन ने टेक्सास लाइसेम के अध्यक्ष पद की शपथ ली। बता दें कि लाइसेम एक गैर-लाभकारी संगठन है, जो टेक्सास में अगली पीढ़ी के लिए शीर्ष नेताओं की पहचान करने के लिए काम करता है। राज्य भर के 96 पुरुषों और महिलाओं द्वारा इसका नेतृत्व किया जाता है, जो 46 साल से कम उम्र के होते हैं।
उधर, अध्यक्ष बनने के बाद संजय ने कहा कि, मैं इस अद्वितीय संगठन का नेतृत्व करने के लिए सम्मानित हुआ हूं। इस संगठन का अमेरिकी राज्यों की सार्वजनिक नीतियों की जांच करने और उसकी चुनौतियों के संभावित समाधान करने का समृद्ध इतिहास रहा है। संजय मूल रूप से दक्षिण भारत के हैं। भारत में बिट्स पिलानी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह अमेरिका के टेक्सास ए एंड एम विश्वविद्यालय से जुड़े। उन्होंने ह्यूस्टन मेट्रो निदेशक मंडल में भी अपनी सेवा प्रदान किया। संजय इंजीनियरिंग फर्म वर्सा इंफ्रास्ट्रक्चर एलएलसी के प्रमुख भी रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मेरे अंदर सामुदायिक भागीदारी और सेवा भाव का सृजन करने में मेरे परिजनों का बड़ा हाथ रहा है। लोगों से जुड़ाव मेरे जीवन का एक अनिवार्य घटक रहा है। संजय ने कहा कि मेरे परिजनों ने मुझे दक्षिण भारत के छोटे से शहर में बड़े होने के दौरान सामुदायिक भागीदारी सेवा का महत्व सिखया। मेरे लिए यह बहुत सार्थक है कि मैं टेक्सास के भविष्य का सामना करने वाले महत्वपूर्ण मुद्दों पर रचनात्मक बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए अपने छोटे से हिस्से को करने में सक्षम हूं।
इस मौके पर टेक्सास लाइसेम ने यह भी घोषणा की है कि इसका 33वां सम्मेलन ऑस्टिन के टेक्सास विश्वविद्यालय में एक फरवरी को होगा।