Independence Day 2022: भारत को अंतरिक्ष से मिली आजादी की विशेष बधाई, ISRO ने जताया आभार
Independence Day 2022 भारत की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) ने बधाई दी है। इसरो ने अंतरिक्ष यात्री सामंथा क्रिस्टोफोरेटी का वीडियो साझा NASA ISS और ESA को धन्यवाद कहा।
वॉशिंगटन, एजेंसी। Independence Day 2022 भारत की आजादी को 75 साल पूरे हो गए हैं। इस खास मौके पर देश-विदेश से शुभकामनाएं मिल रही है। इसी कड़ी में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) ने भी आजादी के अमृत महोत्सव पर खास बधाई दी है। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की एस्ट्रोनॉट सामंथा क्रिस्टोफोरेटी ने अंतरिक्ष से वीडियो संदेश के जरिए भारत को आजादी के 75 साल पूरे करने के अवसर पर शुभकामनाएं दी और कहा 'स्काई इज नॉट द लिमिट'।
गगनयान मिशन की बधाई दी
अंतरिक्ष यात्री क्रिस्टोफोरेटी ने अपने संदेश में कहा कि भारत को आजादी के 75 साल पूरे होने पर बधाई देते हुए खुशी हो रही है। उन्होंने कहा कि दशकों से अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने कई अंतरिक्ष और विज्ञान मिशनों पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के साथ मिलकर काम किया है। क्रिस्टोफोरेटी ने इसरो को गगनयान मिशन की सफलता के लिए कामना की है।
Thank you @NASA, @esa, and all the partners of the International Space Station👋 @Space_Station for the wishes on #AzadiKaAmritMahotsav 🇮🇳 pic.twitter.com/2r0xuwdSQ4— ISRO (@isro) August 13, 2022
इसरो ने NASA, ESA, ISS का आभार जताया
एस्ट्रोनॉट सामंथा का यह खास वीडियो ISRO ने भी साझा किया और अमेरिका की स्पेस एजेंसी NASA, यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) और ISS को आजादी का अमृत महोत्सव पर बधाई के लिए धन्यवाद किया।
अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने कहा कि भारत को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से एक बहुत ही विशेष बधाई संदेश प्राप्त हुआ है। अंतरिक्ष यात्री सामंथा क्रिस्टोफोरेटी ने देश को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी है।
भारत को अंतरराष्ट्रीय स्पेस एंजेसियों का सहयोग
इटैलियन अंतरिक्ष यात्री समांथा ने इसरो के अन्य प्रोजेक्ट का जिक्र करते हुए कहा कि भारतीय स्पेस एजेंसी अंतरराष्ट्रीय स्पेस एंजेसियों के साथ मिलकर काम कर रही है। यह सहयोग आगे भी जारी रहेगा क्योंकि इसरो की टीम NISAR अर्थ साइंस मिशन के डेवलपमेंट पर साथ ही काम कर रही है। विज्ञान के जरिए आपदाओं को ट्रैक करने और जलवायु परिवर्तन को समझने में मदद मिलेगी। समांथा ने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि हम भारत की स्पेस एजेंसी इसरो के साथ मिलकर पूरे यूनिवर्स को एकजुट करें।