यूएन मानवाधिकार परिषद में आइसलैंड ने ली अमेरिका की जगह
अमेरिका ने पिछले महीने इजरायल के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाने के विरोध में परिषद से सदस्यता छोड़ दी थी।
संयुक्त राष्ट्र, प्रेट्र। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) मानवाधिकार परिषद में अमेरिका की जगह आइसलैंड ने ले ली। मानवाधिकार परिषद में शुक्रवार को आइसलैंड को पहली बार चुना गया। अमेरिका ने पिछले महीने इजरायल के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाने के विरोध में परिषद से अपनी सदस्यता छोड़ दी थी। 47 सदस्यीय इस परिषद का मुख्यालय जेनेवा में है। आइसलैंड का कार्यकाल तुरंत प्रभाव से लागू हो गया है जो 31 दिसंबर 2019 तक चलेगा।
यूएन के महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने कहा,'अमेरिका के परिषद का सदस्य बने रहने पर मुझे बहुत खुशी होती। 47 सदस्यी अंतर-सरकारी निकाय यूएन मानवाधिकार ढांचे का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा है जो दुनिया भर में मानव अधिकारों को बढ़ावा देने और उनकी रक्षा करने में अहम भूमिका निभाता है।'
मानवाधिकार परिषद की अगली बैठक सितंबर में होनी है। मालूम हो कि 19 जून को अमेरिका ने परिषद छोड़ने की घोषणा की थी। अमेरिका ने परिषद पर मानव अधिकारों के मुद्दे पर इजरायल के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया था। साथ ही कहा था कि परिषद में कई सदस्य खुद मानवाधिकार हनन के दोषी हैं।