Climate Change: तापमान बढ़ोतरी को काबू में नहीं किया गया तो नहीं बचेंगे ये बंदर
ग्लोबल चेंज बॉयोलॉजी में छपे शोध के अनुसार यदि पृथ्वी के तापमान में हो रही बढ़ोतरी को काबू में नहीं किया गया तो इन बंदरों का अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा।
वाशिंगटन, एएनआइ। वर्तमान समय में जलवायु परिवर्तन विश्व के सामने सबसे बड़ा संकट बनकर खड़ा है। इसके चलते जीवों की कई प्रजातियां विलुप्त होने की कगार पर हैं जिनमें दक्षिण अमेरिका में पाए जाने वाले बंदर भी शामिल हैं। ग्लोबल चेंज बॉयोलॉजी में छपे शोध के अनुसार यदि पृथ्वी के तापमान में हो रही बढ़ोतरी को काबू में नहीं किया गया तो इन बंदरों का अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा।
अध्ययन के दौरान इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजरवेशन ऑफ नेचर (आइयूसीएन) के डाटाबेस में शामिल बंदर व लंगूरों की 426 प्रजातियों पर तापमान वृद्धि के असर का पता लगाया गया था। शोधकर्ताओं ने पाया कि आने वाले तीस साल में इन प्रजातियों खासकर दक्षिण अमेरिका के उष्णकटिबंधीय क्षेत्र में रहने वाले बंदरों के प्राकृतिक आवास सिमट जाएंगे। इसके साथ ही उन्हें तापमान में बढ़ोतरी का भी सबसे अधिक सामना करना पड़ेगा। ऐसे में उनके विलुप्त होने का खतरा भी कई गुना बढ़ जाएगा।
वैज्ञानिकों ने उन क्षेत्रों की भी पहचान की जहां तापमान बढ़ने से बंदरों को सबसे अधिक समस्या का सामना करना पड़ेगा। आने वाले वर्षो में इन क्षेत्रों का तापमान तीन डिग्री सेल्सियस से भी अधिक बढ़ने की आशंका जताई गई है।
शोधकर्ताओं ने यह भी कहा कि यदि बंदरों के प्राकृतिक आवास से मानवों ने छेड़छाड़ करने की कोशिश की तो उन प्रजातियों पर जलवायु परिवर्तन का असर अधिक नकारात्मक होगा। इस अध्ययन को भविष्य में आने वाले खतरे की घंटी बताते हुए शोधकर्ता डॉ. जोना कार्वाल्हो ने जलवायु परिवर्तन से निपटने की दिशा में जल्द से जल्द ठोस कदम उठाए जाने पर जोर दिया है।