पेरिस में अफगानी नागरिकों सहित सैकड़ों लोगों का प्रदर्शन, इमैनुएल मैक्रों से मानवीय गलियारे खोलने का आग्रह
अफगानिस्तानियों के समर्थन में अब पेरिस भी खड़ा हो गया है। अफगानों सहित सैकड़ों लोगों ने पेरिस की सड़कों पर रैली करते हुए सरकार से मानवीय गलियारे (Humanitarian corridors) खोलने का आग्रह किया है ताकी आसानी से सभी लोग अफगानिस्तान से बाहर निकल सके।
पेरिस, एएनआइ। अफगानिस्तानियों के समर्थन में अब पेरिस भी खड़ा हो गया है। अफगानों सहित सैकड़ों लोगों ने पेरिस की सड़कों पर रैली करते हुए सरकार से मानवीय गलियारे (Humanitarian corridors) खोलने का आग्रह किया है ताकी आसानी से सभी लोग अफगानिस्तान से बाहर निकल सके। रिपोर्ट के मुताबिक, पेरिस में स्थित डे ला रिपब्लिक (De la Republique in Paris) में लगभग 300 प्रदर्शनकारियों ने विरोध जताया। इस प्रदर्शन में अफगानी ज्यादातर शामिल थे। प्रदर्शनकारी के हाथों में प्लेकार्ड और बैनर देखा गया, जिसमें लिखा था, 'अब पलायन करो', 'हमारे परिवार को बचाओ' और 'अफगान जीवन मायने रखता है'।
मानवीय तबाही को रोकने के लिए करने होंगे प्रयास
एसोसिएशन चिल्ड्रन ऑफ अफगानिस्तान एंड एल्सेयर (association Children of Afghanistan and Elsewhere) की प्रमुख रेजा जाफरी ने प्रदर्शनकारियों से कहा 'एक मानवीय तबाही सामने आ रही है। हमें इसे अभी रोकना चाहिए, मानवीय गलियारों को खोलना चाहिए ताकि जो अपना देश छोड़ना चाहते हैं वह निकल सके'। बता दें कि अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से दुनिया के सभी देश अपने नागरिकों को वहां से निकाल रहे हैं।
फ्रांस में अफगान नागरिकों ने विदेश मंत्री से किया आग्रह
वहीं हाल ही में फ्रांस के विदेश मंत्री ज्यां यवेस ले ड्रियन (Jean-Yves Le Drian) ने कहा था कि अफगान नागरिकों द्वारा अफगानिस्तान में फंसे उनके लोगों को निकालने के लिए अनुरोध किया था, जो पहले फ्रांस के लिए सहयोगी के रूप में काम कर चुके थे। इन सबकी निकासी के लिए विचार किया जाएगा। विदेश मंत्री ने साप्ताहिक समाचार पत्र जर्नल डी डिमांचे को बताया कि पिछले सप्ताह तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद से वहां फंसे लोगों को निकालने के लिए उनके पास अनुरोध किया गया है।
600 लोगों को अफगानिस्तान से किया गया एयरलिफ्ट
बता दें कि फ्रांसीसी सेना ने अफगानिस्तान में अशरफ गनी के पतन के बाद से एक हफ्ते में काबुल से पांच उड़ानों में लगभग 600 मुख्य रूप से अफगानों को एयरलिफ्ट किया है।
हाल ही में लेखकों, कार्यकर्ताओं और राजनेताओं और आम नागरिकों सहित एक हजार से अधिक फ्रांसीसी महिलाओं ने एक संपादकीय अंश पर सह-हस्ताक्षर किया था, जिसमें राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन से अफगान महिलाओं और उनके परिवारों का बिना किसी शर्त पर स्वीकार करने का आह्वान किया था।
गौरतलब है कि 15 अगस्त को तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद अफरातफरी मची हुई है। आतंकी सगंठन के खिलाफ दुनियाभर में रैलियां और विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। तालिबान ने कथित तौर पर अफगानों के खिलाफ सख्त प्रतिबंध लगाए हैं और महिलाओं, अल्पसंख्यकों का सम्मान का वादा करने के बावजूद नागरिकों के खिलाफ अत्याचार कर रहे हैं। शनिवार को हजारों लोग अफगानिस्तान के समर्थन में सेंट्रल लंदन के हाइड पार्क के पास सड़कों पर उतर आए।