भारत-चीन के बीच खत्म हो विवाद, ट्रंप ने जताई उम्मीद
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत और चीन के बीच जारी तनावों के कारण पैदा हुई खाई को पाटने की कोशिश में हैं। एक बार उन्होंने दोनों देशों के बीच सीमा पर जारी तनातनी को लेकर कहा है कि इनके बीच विवाद खत्म होने की उम्मीद रखते हैं
वाशिंगटन, एएनआइ। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को भारत और चीन के बीच जारी तनाव को खत्म करने में मदद की बात दोहराई और उम्मीद जताया कि दोनों देश अपने बीच के मतभेदों को खत्म कर लेंगे। व्हाइट हाउस के बाहर ट्रंप ने पत्रकारों से कहा, 'मैं जानता हूं कि चीन और भारत के बीच दिक्कते हैं और उम्मीद करता हूं कि दोनों मिलकर इसे खत्म कर लेंगे।' राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, 'यदि हम मदद कर सकते हैं, तो हम मदद करना पसंद करेंगे।'
सोमवार को कमांडर स्तर की मीटिंग के बाद यह बात सामने आई है। भारत और चीन ने निर्णय किया है कि जल्द ही सीनियर कमांडरों की बैठक करेंगे। वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास हुई फायरिंग की तीन घटनाओं के बाद दोनों देशों के कॉर्प्स कमांडरों ने मुलाकात की है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का यह बयान उस समय आया है, जब भारतीय और चीनी सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने लद्दाख में LAC विवाद को सुलझाने के लिए बैठक की। दोनों देशों ने LAC पर और ज्यादा सैनिक न भेजने पर सहमति जताई। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप चीन के साथ एक निष्पक्ष और संतुलित संबंध चाहते हैं, जहां एक देश दूसरे देश के लिए अथवा अन्य देशों की आजीविका के लिए खतरा नहीं बने।
बता दें कि 2018 में अमेरिका ने चीन के साथ ट्रेड वार की शुरुआत की थी। इसके बाद दोनों देशों के बीच संबंध बिगड़ गए थे। ट्रंप ने चीन से व्यापार घाटे को कम करने के लिए कहा था जो कि 2017 में 375.6 अरब अमेरिकी डॉलर था। COVID-19 महामारी को लेकर चीन के खिलाफ अमेरिका ने आक्रामक रूप अख्तियार कर लिया। दरअसल, चीन के वुहान में ही कोविड-19 का पहला मामला आया था जो पिछले साल के अंत में शुरू हुआ। लेकिन इस साल का दो महीना ही बीता था कि इस संक्रमण ने महामारी का विकराल रूप ले लिया।