युवा माताओं को होती है सबसे ज्यादा मानसिक समस्याएं- रिसर्च
यह रिसर्च एमसी मास्टर चिल्ड्रेनस हॉस्पिटल (McMaster Childrens Hospital)ने जारी किया है। इस रिसर्च के मुताबिक मानसिक बीमारियों का खतरा 21 साल की उम्र में बन रही माताओं में होता।
वाशिंगटन, एएनआइ। एक रिसर्च में सामने आया है कि युवा माताओं को सबसे ज्यादा मानसिक बीमारी का सामना करना पड़ता है। यह रिसर्च एमसी मास्टर चिल्ड्रेनस हॉस्पिटल (McMaster Children's Hospital) ने जारी किया है। इस रिसर्च के मुताबिक, मानसिक बीमारियों का खतरा 21 साल की उम्र में बन रही माताओं में होता है। यही नहीं ऐसे परेन्ट्स में भी यह खतरा देखने को मिलता है, जिनके बच्चे नहीं है। एमसी मास्टर चिल्ड्रेनस हॉस्पिटल ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि तीन युवा माताओं में से कम से एक युवा माता में मानसिक बीमारी है। साथ ही कहा कि लगभग 40 फीसद युवा माताओं में कम से कम एक मानसिक बीमारी है। इसमें अवसाद, चिंता जैसे विषय शामिल हैं।
McMaster University के प्रोफेसर Dr Ryan Van Lieshout ने बताया कि इस रिसर्च के बाद के बाद हमने समझा कि युवा माताएं अवसाद जैसी समस्याओं से जुझती हैं। इसके लिए हमने स्क्रीनिंग प्रोसेस शुरू किया है। जिससे युवा माताओं में मानसिक बीमारी को कम करने के लिए काम किया जा सकता है। इसके साथ ही उन्होंने कि हम आशा करते हैं कि युवा महिलाओं में मानसिक बीमारी को कम करने के लिए स्वास्थ्य सेवा, शैक्षिक और सामाजिक सेवा संगठनों के बीच साझेदारी इस और अच्छा कदम साबित होगा। यह रिसर्च journal of Adolescent Health में प्रकाशित की गई है। इसमें युवा माताओं के बीच मानसिक बीमारी की पहचान और इलाज को प्रकाशित किया गया।
रिसर्च में सलाह दी गई है कि इस समस्या से निजात पाने के लिए इलाज और प्रयासों को निर्देशित किए जाना चाहिए। इलाज मिलने से युवा परेन्ट्स को बच्चे होने से पहले और बाद में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। डॉ वान लिशआउट (Dr Van Lieshout) ने कहा कि उन्होंने यह रिसर्च युवा माताओं की समस्याओं को समझने के लिया ताकि हम इसके लिए उनकी और उनके परिवार की मदद कर सकें।