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उपवास के पहले व्यायाम से सेहत को फायदा ज्यादा, शोधकर्ताओं के हालिया अध्ययन में सामने आई जानकारी

अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने 20 स्वस्थ वयस्कों के समूहों को 36-36 घंटे के उपवास पर रखा। पहले समूह का उपवास सामान्य रहा जबकि दूसरे समूह के प्रतिभागियों को उपवास शुरू करने से पहले ट्रेडमिल पर चलवाया गया।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Published: Sat, 27 Nov 2021 05:49 PM (IST)Updated: Sat, 27 Nov 2021 05:49 PM (IST)
उपवास के पहले व्यायाम से सेहत को फायदा ज्यादा, शोधकर्ताओं के हालिया अध्ययन में सामने आई जानकारी
मेडिसिन एंड साइंस इन स्पो‌र्ट्स एंड एक्सरसाइज नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ अध्ययन

वाशिंगटन, एएनआइ। अमेरिका स्थित ब्रिघम यंग यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने एक हालिया अध्ययन में पाया कि उपवास से पहले व्यायाम करने से सेहत को अधिकतम लाभ होता है। मेडिसिन एंड साइंस इन स्पो‌र्ट्स एंड एक्सरसाइज नामक पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के सहयोगी व यूनिवर्सिटी के पीएचडी छात्र लैंडन डेरू ने कहा, 'यह जानना चाहते थे कि क्या हम व्यायाम के जरिये उपवास के दौरान उपापचय (मेटाबालिज्म) में बदलाव ला सकते हैं। खासतौर पर हम यह देखना चाहते थे कि शरीर कितनी शीघ्रता से कीटोसिस में प्रवेश करते हुए कीटोंस का निर्माण करता है।'

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कीटोसिस की प्रक्रिया तब होती है, जब शरीर में ग्लूकोज खत्म हो जाता है। ग्लूकोज के अभाव में शरीर संचित वसा का इस्तेमाल करते हुए कीटोंस नामक रासायन का उत्पादन करता है। कीटोंस दिल व दिमाग के लिए सेहतमंद तथा डायबिटीज, कैंसर, पार्किसंस व अलजाइमर जैसी बीमारियों से लड़ने में मददगार है।

शोधकर्ताओं ने इस तरह किया अध्ययन

अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने 20 स्वस्थ वयस्कों के समूहों को 36-36 घंटे के उपवास पर रखा। पहले समूह का उपवास सामान्य रहा, जबकि दूसरे समूह के प्रतिभागियों को उपवास शुरू करने से पहले ट्रेडमिल पर चलवाया गया। दो-दो घंटे पर उनकी भूख व मिजाज का विश्लेषण किया गया तथा बी-हाइड्राक्सीब्यूटाइरेट (बीएचबी) के स्तर को भी मापा गया, जो कीटोंस की तरह का रसायन होता है।

उपवास के दौरान व्यायाम करने वालों का शरीर औसत साढ़े तीन घंटे में कीटोसिस प्रक्रिया में पहुंचा और 43 फीसद बीएचपी का उत्पादन किया, जबकि सामान्य उपवास वालों में यह प्रक्रिया शुरू होने में 20-24 घंटे लगे।

गौरतलब है कि लाइफस्टाइल में व्यायाम को शामिल करने और इसे नियमित रूप से फालो करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि व्यायाम बिल्कुल न करना या फिर कभी-कभी करना सिर्फ बुरा नहीं बल्कि शरीर के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।

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