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टेक्नोलॉजी से भारत में सुधर सकती है स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था: बिल गेट्स

बिल गेट्स ने कहा, यदि आप आबादी के पोषण व स्वास्थ्य का ध्यान रखते हैं और शिक्षा व्यवस्था में सुधार करते हैं.. तो इससे भारत को आश्चर्यजनक लाभ होगा।

By Manish NegiEdited By: Published: Fri, 04 May 2018 05:51 PM (IST)Updated: Fri, 04 May 2018 05:51 PM (IST)
टेक्नोलॉजी से भारत में सुधर सकती है स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था: बिल गेट्स
टेक्नोलॉजी से भारत में सुधर सकती है स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था: बिल गेट्स

वाशिंगटन, प्रेट्र। दिग्गज सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के सह संस्थापक बिल गेट्स ने कहा है कि टेक्नोलॉजी (प्रौद्योगिकी) का उपयोग और साहसिक फैसले कर भारत समावेशी विकास में ऊंची छलांग लगा सकता है। इससे देश में स्वास्थ्य और शिक्षा की गुणवत्ता में भी सुधार आएगा।

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सामाजिक-आर्थिक सुधारों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया अभियान की सराहना करते हुए गेट्स ने कहा कि डिजिटलीकरण से गुणवत्ता की निगरानी और इस तरह शिक्षा प्रणाली में मदद मिल सकती है। न्यूज एजेंसी को दिए एक इंटरव्यू में गेट्स ने कहा, यदि आप आबादी के पोषण व स्वास्थ्य का ध्यान रखते हैं और शिक्षा व्यवस्था में सुधार करते हैं.. तो इससे भारत को आश्चर्यजनक लाभ होगा।

इन क्षेत्रों में काम करने की जरूरत

उन्होंने कहा कि भारत को नवजात शिशुओं की जीवन प्रत्याशा बढ़ाने, बच्चों के कुपोषण मुक्त विकास और सुरक्षित प्रसव की दिशा में अभी काफी प्रगति करनी है। इन्हें दूर करने में भारत को अभी 20 से 25 वर्षों का समय लगेगा। गेट्स ने कहा, इससे स्त्री-पुरुष असंतुलन कम करने में भी मदद मिलेगी। नवाचार और बेहतर निगरानी विकास की प्रक्रिया में वास्तव में तेजी ला सकती है।

पीएम मोदी के कदमों की सराहना

गेट्स ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना करते हुए कहा, मोदी ने वित्तीय समावेशन, स्वच्छता, टीकाकरण में सुधार जैसे कदम उठाए हैं जो मुझे लगता है कि वाकई में अच्छे हैं।

भारत में बढ़ रहा परोपकार की ओर झुकाव

गेट्स ने कहा कि भारत में परोपकार की तरफ झुकाव बढ़ रहा है और अजीम प्रेमजी जैसे भारतीय अरबपति इस क्षेत्र में शानदार काम कर रहे हैं। बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के प्रमुख बिल ने भारत में स्वास्थ्य, महिला और बाल कल्याण सहित विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी परियोजनाओं में एक अरब डॉलर (करीब 6690 करोड़ रुपये) का दान दिया है।


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