Move to Jagran APP

कोरोना से लड़ने में मदद के लिए गुतेरस का भारत को सलाम, संयुक्त राष्ट्र ने किया एकजुटता का आह्वान

भारत कोरोना से प्रभावित 55 देशों को सहायता और वाणिज्यिक आधार पर हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन की आपूर्ति करने की प्रक्रिया में है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sat, 18 Apr 2020 06:08 PM (IST)Updated: Sat, 18 Apr 2020 06:08 PM (IST)
कोरोना से लड़ने में मदद के लिए गुतेरस का भारत को सलाम, संयुक्त राष्ट्र ने किया एकजुटता का आह्वान
कोरोना से लड़ने में मदद के लिए गुतेरस का भारत को सलाम, संयुक्त राष्ट्र ने किया एकजुटता का आह्वान

संयुक्त राष्ट्र, प्रेट्र। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने भारत सहित उन देशों को सलाम किया, जिन्होंने कोरोना से प्रभावित राष्ट्रों को मदद प्रदान की है। उनका यह बयान ऐसे समय आया है, जब हाल ही में भारत ने अमेरिका सहित कई अन्य देशों को कोरोना का संभावित उपचार मानी जा रही मलेरिया रोधी दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन की आपूर्ति की है। अमेरिका का खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) इस दवा का न्यूयॉर्क के 1500 से ज्यादा मरीजों पर परीक्षण कर रहा है। भारत द्वारा इसके निर्यात पर लगे प्रतिबंध को हटाने का फैसला लिए जाने के बाद बीते कुछ दिनों में इस दवा की मांग में तेजी से इजाफा हुआ है।

loksabha election banner

संयुक्त राष्ट्र ने वायरस के खिलाफ किया एकजुटता का आह्वान

संयुक्त राष्ट्र (यूएन) महासचिव एंटोनियो गुतेरस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने शुक्रवार को कहा, 'वायरस के खिलाफ इस जंग में महासचिव ने एकजुटता का आह्वान किया है। इसका आशय यह है कि जो भी देश अन्य देशों की मदद करने की स्थिति में हैं, उन्हें ऐसा करना चाहिए। हम भारत समेत उन देशों को सलाम करते हैं, जिन्होंने ऐसा किया है।'

भारत कोरोना से प्रभावित 55 देशों को दवा और अन्य सामग्री भेज रहा है

दुजारिक ने कोरोना महामारी के बीच भारत द्वारा अन्य देशों को भेजी जा रही दवाओं और अन्य सामग्रियों से जुड़े सवाल के जवाब में यह बात कही। भारत कोरोना से प्रभावित 55 देशों को सहायता और वाणिज्यिक आधार पर हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन की आपूर्ति करने की प्रक्रिया में है। भारत ने अभी तक अमेरिका, सेशेल्स और मॉरीशस को यह दवा भेजी है। इसके अलावा अफगानिस्तान, भूटान, बांग्लादेश, नेपाल, मालदीव, श्रीलंका और म्यामांर को ये दवा भेजी जा रही है।

कोरोना महामारी पर रूस का प्रस्ताव

रूस कोरोना महामारी पर एक प्रस्ताव के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा की मंजूरी हासिल करने का फिर से प्रयास कर रहा है। इस बार उसने सुरक्षा परिषद की मंजूरी के बिना लगाए गए एकतरफा प्रतिबंधों को हटाने की मांग छोड़ दी है, लेकिन संरक्षणवादी रवैये को समाप्त करने की मांग पर वह अब भी अड़ा है। 193 सदस्यीय विश्व निकाय को बुधवार दोपहर तक रूस के संशोधित मसौदा प्रस्ताव पर विचार करना है, जिसमें कोरोना द्वारा उत्पन्न चुनौतियों का सामना करने के लिए संयुक्त राष्ट्र की एकजुटता की घोषणा की अपील की गई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.