नए यूएन प्रमुख को चुनने की प्रक्रिया शुरू, दूसरे कार्यकाल के लिए एंटोनियों गुुुुुुुुटारेश पेश करेंगे अपनी दावेदारी
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव के तौर पर अपने दूसरे कार्यकाल के लिए एंटोनियो गुटारेश अपनी दावेदारी पेश करेंगे। नए महासचिव को चुनने की प्रक्रिया के तहत चर्चा शुरू हो गई है। यूएन प्रमुख को सुरक्षा परिषद की मुहर लगने के बाद ही चुना जाता है।
न्यूयॉर्क (संयुक्त राष्ट्र)। संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष और सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष मिलकर मंगलवार को बैठक के दौरान महासचिव की चयन प्रक्रिया पर चर्चा करने वाले हैं। आज होने वाली इस बैठक के बाद दोनों ही अध्यक्ष सदस्य देशों को एक पत्र भेजेंगे। इस चयन प्रक्रिया पर उस वक्त चर्चा हो रही है जब मौजूदा यूएन महासचिव ने दूसरे कार्यकाल के लिए अपनी दावेदारी पेश करने पर सहमति जताई है। यूएन प्रमुख का अगला कार्यकाल जनवरी 2022 से शुरू होगा और 2027 में खत्म होगा।
यूएन प्रमुख के प्रवक्ता स्तेफान दुजैरिकने हैडक्वार्टर में इस बात की जानकारी दी है। उनका कहना है कि जनरल असेंबली के प्रमुख ने उन्हें एक पत्र लिखा था जिसमें इस बारे में उनसे उनकी राय पूछी गई थी। इसके जवाब में उन्होंने कहा है कि यदि सुरक्षा परिषद के सदस्यों की मंशा होगी तो वो इसके लिए तैयार हैं। प्रवक्ता के मुताबिक सुरक्षा परिषद और क्षेत्रीय समूहों के प्रमुखों को इस बारे में अवगत करवा दिया गया है। हालांकि सदस्य देशों की इस बारे में अभी कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। उन्होंने ये भी कहा कि अभी सदस्यों की इस बारे में प्रतिक्रिया जानना काफी जल्दबाजी होगी।
आपको बता दें कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की सिफारिश पर ही यूनए प्रमुख के तौर पर किसी की नियुक्ति की जाती है। ऐसा यूएच चार्टर के सेक्शन 97 के तहत किया जाता है। इसका एक मतलब ये भी है कि यदि सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों में से कोई चाहे तो वो नामित दावेदार को वीटो लगाकर रोक सकता है। गौरतलब है कि यूएन प्रमुख के तौर पर हर महासचिव के लिए दूसरे कार्यकाल का विकल्प भी मौजूद होता है। लेकिन इसके लिए सुरक्षा परिषद के सदस्यों की मुहर लगनी भी जरूरी होती है।
गौरतलब है कि वर्ष 2016 में एंटोनियो गुटारेश संयुक्त राष्ट्र के महासचिव घोषित हुए थे लेकिन उनका कार्यकाल जनवरी 2017 से शुरू हुआ था। उनके नाम पर मुहर लगने से पहले यूएन जनरल असेंबली में अनऑफिशियल डिबेट भी हुई थी। इसमें शामिल प्रतिनिधियों ने संयुक्त राष्ट्र के लिये न सिर्फ अपनी योजनाएं सामने रखी थीं बल्कि सवालों के जवाब भी दिए थे।