भूखमरी और गरीबी दूर करने के लिए हरित क्रांति सबसे बढ़िया मॉडलः डेविट किरवलीदेज़
डेविट किरवलीदेज़(Davit Kirvalidze) ने कहा कि गरीबी और भूखमरी को दूर करने के लिए हरित क्रांति सबसे अच्छा मॉडल है।
वाशिंगटन, प्रेट्र। संयुक्त राष्ट्र में एक अगस्त को शुरू होने वाले चार साल के कार्यकाल के लिए इसी महीने संयुक्त राष्ट्र एफएओ के महानिदेशक चुनाव होगा। इस पद के लिए चुनाव लड़ रहे जार्जिया के पूर्व कृषि मंत्री डेविट किरवलीदेज़(Davit Kirvalidze) ने अपनी कार्य योजना की तस्वीर साफ करते हुए कहा कि वैश्विक गरीबी और भूखमरी से निपटने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों का विकास बहुत जरूरी है।
डेविट किरवलीदेज़(Davit Kirvalidze) ने कहा कि गरीबी और भूखमरी को दूर करने के लिए हरित क्रांति सबसे अच्छा मॉडल है। उन्होंने कहा कि किसानों को अधिक उत्पादन करने के लिए समान अवसर प्रदान करना चाहिए। कृषि उत्पादों में बढ़ोतरी के लिए सरकारों को अपनी नीतियों में सुधार करते हुए किसानों के लिए उचित कार्य योजना तैयार करनी चाहिए। कृषि उत्पाद बाजारों तक आसानी से पहुंचे और किसानों को उचित लागत मिलनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि एफएओ को दुनिया में 2030 तक भूखमरी को खत्म करने के लिए लक्ष्य लेकर चलना चाहिए। इसके लिए संयुक्त राष्ट्र की अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर काम करना अनिवार्य है। इस समय दुनिया के आठ सौ मिलियन लोग भूखमरी का सामना कर रहे हैं। इसे दूर करने के लिए मछली पालन और कृषि क्षेत्र में लोगों के जीवन स्तर में बदलाव करने की आवश्यकता है।
डेविट किरवलीदेज़ ने कहा कि किसानों को नई तकनीक में बारे में बताना चाहिए ताकि वे अपने उत्पाद को और बढ़ा सकें। जार्जिया के पूर्व मंत्री ने कहा कि कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए किसानों को शिक्षित करना जरुरी है। एफएओ को इन सभी चीजों पर ध्यान देना चाहिए। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र एफएओ के महानिदेशक चुनाव में भारत के रमेश कुमार भी भाग ले रहे हैं।
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