Move to Jagran APP

शपथ ग्रहण से पहले गूगल ने अमेरिकी राजनीति से जुड़े विज्ञापनों पर लगाई अस्थायी रोक

सर्च इंजन गूगल ने 21 जनवरी तक राजनीतिक विज्ञापनों पर रोक लगा दी है। कंपनी ने ये कदम अमेरिका के कैपिटल हिल में हुई हिंसा के बाद उठाया है। 20 जनवरी को अमेरिका में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह को देखते हुए हमने ये फैसला लिया है।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Thu, 14 Jan 2021 09:21 AM (IST)Updated: Thu, 14 Jan 2021 09:21 AM (IST)
शपथ ग्रहण से पहले गूगल ने अमेरिकी राजनीति से जुड़े विज्ञापनों पर लगाई अस्थायी रोक
गूगल ने राजनीतिक विज्ञापनों पर लगाई रोक। (फोटो: दैनिक जागरण)

वाशिंगटन, रायटर। गूगल ने अपने सभी प्लेटफॉर्म पर फिलहाल अमेरिकी राजनीति से जुड़े विज्ञापन रोकने का फैसला किया है। इस संबंध में उसने सभी विज्ञापनदाताओं को ईमेल भेजा है। अभी यह रोक 21 जनवरी तक लगाई गई है। अमेरिका में 20 जनवरी को जो बाइडन राष्ट्रपति पद संभालेंगे। ईमेल में कहा गया, 'पिछले हफ्ते अमेरिकी संसद पर हमले की अप्रत्याशित घटना को देखते हुए राजनीतिक विज्ञापनों पर अस्थायी रोक लगाई गई है। महाभियोग और संसद पर हुए हमले से जुड़ा भी कोई विज्ञापन नहीं चलाया जाएगा। यह कदम गुरुवार से प्रभावी होगा।

loksabha election banner

इसमें समाचार एजेंसियों द्वारा चलाए जाने वाले विज्ञापनों पर भी कोई छूट नहीं दी गई है। इससे पहले नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव होने के बाद अफवाहों पर लगाम के लिए गूगल ने चुनाव से जुड़े विज्ञापनों पर अस्थायी रोक लगाई थी, जिसे 10 दिसंबर को हटाया गया था। फेसबुक ने भी नवंबर में चुनाव के बाद से राजनीतिक विज्ञापनों पर अस्थायी रोक लगाई है। इस महीने की शुरुआत में जॉर्जिया में सीनेट चुनाव के दौरान इसमें हल्की छूट दी गई थी।

महाभियोग लाने की कवायद को ट्रंप ने बताया हास्यास्पद

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने खिलाफ डेमोक्रेटिक पार्टी द्वारा दूसरी बार लाए जा रहे महाभियोग की कवायद को हास्यास्पद बताया है। अमेरिकी समाचार वेबसाइट द हिल के अनुसार डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्यों द्वारा बुधवार को महाभियोग के मुद्दे पर मतदान कराए जाने की बात से ट्रंप आगबबूला भी हैं। मंगलवार को टेक्सास के दौरे पर रवाना होने से पूर्व ट्रंप ने कहा कि मेरे खिलाफ महाभियोग लाने की कवायद से साबित होता है कि यह अमेरिकी राजनीतिक इतिहास में बदले की सबसे बड़ी कवायद है। उन्होंने कहा कि संसद की घटना के बाद वे कोई हिंसा नहीं चाहते।

हमले में जज का बेटा गिरफ्तार 

संसद परिसर पर गत छह जनवरी को हुए हमले के मामले में न्यूयॉर्क के एक जज के बेटे को गिरफ्तार किया गया है। किंग्स काउंटी सुप्रीम कोर्ट के जज स्टीवेन मोस्टोफस्की के बेटे एरोन को पक़़डा गया है। उसे सरकारी संपत्ति की चोरी और प्रतिबंधित इलाके में गैरकानूनी तरीके से प्रवेश करने के आरोपों का सामना करना प़़ड सकता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.