समान न्याय के लिए एक होना होगा, देश की 'दुखद असफलताओं' की जांच हो: फ्लॉयड की मौत पर जॉर्ज बुश
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने अफ्रीकी-अमेरिकी व्यक्ति की हिरासत में हत्या पर देश में चल रहे हिंसक प्रदर्शनों के बीच बयान दिया।
ह्यूस्टन, पीटीआइ। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने अमेरिकियों से देश की 'दुखद विफलताओं' की जांच करने और समान रूप से न्याय के लिए सामूहिक रूप से आगे बढ़ने का आह्वान किया है। एक अफ्रीकी-अमेरिकी व्यक्ति की हिरासत में हत्या को लेकर अमेरिका में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए, जहां अब इसपर अब पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी बयान दिया है।
मिनियापोलिस में 25 मई को एक श्वेत पुलिस अधिकारी ने अपने घुटने से कुछ देर तक जॉर्ज फ्लॉयड की गर्दन दबाई थी, जिससे उसकी मौत हो गई थी। उसकी मौत के बाद अमेरिका में हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए जिसमें कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और 4000 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया और अरबों डॉलर की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है।
जॉर्ज बुश ने कहा कि वह और उनकी पत्नी लॉरा, 'अन्याय से परेशान हैं और हमें डर है कि यह हमारे देश को अस्थिर कर देगा।' बुश ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि उन्हें नहीं लगता कि यह उनके बोलने का समय है बल्कि यह उनके लिए सुनने का वक्त है। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि शांतिपूर्ण मार्च देश के लिए सही हैं। बयान में कहा गया है, 'यह हैरान करने वाली नाकामी है कि कई अफ्रीकी-अमेरिकी खासतौर से युवाओं को उनके अपने ही देश में प्रताड़ित किया जाता है और डराया-धमकाया जाता है।'
उन्होंने कहा कि यह वक्त अमेरिका के लिए अपनी दुखद विफलताओं पर गौर करने का है। अपने अंदर झांकने का एक ही तरीका है कि उन लोगों की आवाज सुनी जाए जो दुखी हैं। जो लोग उन आवाजों को खामोश करने की कोशिश करते हैं वे अमेरिका का मतलब नहीं जानते।
इस बीच ह्यूस्टन में 46 वर्षीय फ्लॉयड को श्रद्धांजलि देने के लिए मास्क पहनकर और 'अश्वेत जिंदगियां मायने रखती हैं' के नारे लगाते हुए हजारों लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके के मार्च किया। 'हाथ ऊपर करो, गोली मत मारो' और 'न न्याय, न शांति' के नारे लगाते हुए करीब 60,000 से अधिक लोगों ने चिलचिलाती गर्मी में डिस्कवरी ग्रीन पार्क से सिटी हॉल तक मार्च किया। इसमें फ्लॉयड के परिवार के 16 सदस्य भी शामिल हुए।