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चार साल बाद परिवार सहित अमेरिका वापस लौट सका तुर्की में कैद कर रखा गया नासा वैज्ञानिक

चार सालों से तुर्की में कैद नासा वैज्ञानिक अब वापस अमेरिका अपने घर पहुंच सका। नवंबर माह में ही वैज्ञानिक को छोड़ दिया गया था मगर उड़ानें रदद होने से वो वापस नहीं जा सके।

By Vinay TiwariEdited By: Published: Tue, 30 Jun 2020 02:50 PM (IST)Updated: Tue, 30 Jun 2020 06:18 PM (IST)
चार साल बाद परिवार सहित अमेरिका वापस लौट सका तुर्की में कैद कर रखा गया नासा वैज्ञानिक
चार साल बाद परिवार सहित अमेरिका वापस लौट सका तुर्की में कैद कर रखा गया नासा वैज्ञानिक

इस्तांबुल, न्यूयॉर्क टाइम्स न्यूज सर्विस। एक अमेरिकी नासा वैज्ञानिक तुर्की में लगभग चार साल की कैद और हाउस अरेस्ट के बाद मंगलवार की सुबह अपने परिवार के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका लौटे। इस मामले पर बोलते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वैज्ञानिक की रिहाई के लिए एक समझौता हुआ था।

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उसी के बाद वैज्ञानिक वापस लौट पाए हैं। नासा वैज्ञानिक सेरकन गोलगे आधी रात के बाद एक व्यावसायिक उड़ान से वाशिंगटन पहुंचे। वैज्ञानिक तुर्की-अमेरिका के बीच तल्ख होते संबंधों की वजह से वहां फंस गए थे, उसके बाद तुर्की सेना ने उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया था। इसके अलावा उनके आतंकी संगठन से जुड़े होने की भी बात कही गई थी। 

दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट पर कहा था कि तुर्की जो कर रहा है उससे उसकी अर्थव्यवस्था बर्बाद हो जाएगी। उसके बाद तुर्की की ओर से संबंध ठीक करने की दिशा में काम किए गए। साल 2019 नवंबर में एर्दोगन के साथ व्हाइट हाउस ब्रीफिंग में ट्रंप ने घोषणा की कि वैज्ञानिक गोलगेज जल्द घर आ रहे हैं। इसी के साथ ट्रंप ने व्यक्तिगत रूप से गोलगेज को हिरासत से मुक्त करने के लिए तुर्की को धन्यवाद भी दिया। इसके बाद भी वैज्ञानिक तुर्की के नियंत्रण में रहे।

40 वर्षीय, गोलज, एक प्राकृतिक अमेरिकी नागरिक, एक पीएच.डी. भौतिकी में ओल्ड डोमिनियन यूनिवर्सिटी से। वह ह्यूस्टन के पास रहता था और नासा के मंगल मिशन की तैयारी पर काम कर चुका था। उन्हें जुलाई 2016 में दक्षिणी तुर्की में अपने माता-पिता से मिलने के दौरान हिरासत में लिया गया था और उन पर गुलेन आंदोलन के सदस्य होने का आरोप लगाया गया था। उनका कहना है कि वह किसी ऐसी संस्था के सदस्य नहीं हैं जिसे सरकार आतंकवादी संगठन कहती है।

उनको सिर्फ इस वजह से आतंकवादी माना जा रहा था कि उनका बैंक असया में एक खाता रखा था, ये बैंक आंदोलन से जुड़े हुए लोगों से जुड़ा था। इसके अलावा उनके माता-पिता के घर में 1 डॉलर का बिल पाया गया था, फिर ऐसा माना गया कि ये बिल उस संगठन की सदस्यता का एक गुप्त संकेत है। जिसके बाद उन्हें हिरासत में लिया गया था।

गोलज की पत्नी, कुबरा, और उनके दो बच्चों सभी अमेरिकी नागरिकों को भी तुर्की छोड़ने से रोक दिया गया था। ट्रंप एक साल से अधिक समय से गोलज की रिलीज़ के लिए एर्दोगन से बात कर रहे थे। उन्हें आतंकवाद के आरोपों में सात साल कैद की सजा सुनाई गई थी, लेकिन मई 2019 में जेल से रिहा कर दिया गया था। ट्रंप ने घोषणा की कि गोलज को जेल से घर की हिरासत में ले जाया जा रहा है और उन्हें संयुक्त राज्य में बहुत जल्द वापस करने की अनुमति दी जाएगी।

लेकिन तुर्की के अधिकारियों ने उस बयान पर प्रतिक्रिया दी कि गोलज के अनुसार उनके घर की गिरफ्तारी के संबंध में न्यायिक नियंत्रण बढ़ा। उनके घर के बाहर एक कार में पुलिस अधिकारी दो सप्ताह के लिए घर के बाहर तैनात थे और जब भी वह बाहर निकलते थे, उनका पीछा करते थे। उनकी हरकतों पर नज़र रखने के लिए उन्हें इलेक्ट्रॉनिक टखने के ब्रेसलेट से लैस किया गया था और उन्हें हफ्ते में चार बार स्थानीय पुलिस स्टेशन में साइन इन करना पड़ता था। गोलज का मामला अभी भी तुर्की के सर्वोच्च न्यायालय में एक अंतिम अपील लंबित है।

दरअसल नासा वैज्ञानिक मार्च में ही अमेरिका पहुंच जाते मगर कोरोनावायरस आ जाने के कारण सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें कैंसल कर दी गई जिसकी वजह से वो घर नहीं पहुंच पाएं, अब उड़ानें शुरू हुई हैं तो वो अपने घर पहुंच सकें। 


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