विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा- अमेरिका ने माना अफगानिस्तान वार्ता में भारत एक अहम हिस्सा
जयशंकर ने कहा कि अमेरिकी रक्षा मंत्री लायड आस्टिन विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन के साथ मुलाकात में अफगानिस्तान में हालात पर चर्चा हुई क्योंकि यह बेहद अहम चिंता है। 11 सितंबर तक सभी अमेरिकी सैनिकों को अफगानिस्तान से वापस बुला लेंगे।
वाशिंगटन, प्रेट्र। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार को कहा कि अमेरिका मानता है कि अफगानिस्तान के भविष्य के बारे में होने वाली वार्ता में भारत एक अहम हिस्सा है।
जयशंकर ने कहा- अमेरिकी रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री, एनएसए के साथ अफगानिस्तान हालात पर हुई चर्चा
जयशंकर ने कहा कि अमेरिकी रक्षा मंत्री लायड आस्टिन, विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन के साथ मुलाकात में अफगानिस्तान में हालात पर चर्चा हुई क्योंकि यह बेहद अहम चिंता है। अमेरिकी सेना के वहां से हटने के बाद का परिदृश्य हमारे लिए, अफगानिस्तान के लिए और अमेरिका के लिए भी मायने रखता है। इसका बड़ा क्षेत्रीय प्रभाव होगा। याद दिला दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अप्रैल में घोषणा की थी कि 11 सितंबर तक सभी अमेरिकी सैनिकों को अफगानिस्तान से वापस बुला लेंगे।
वैक्सीन आपूर्ति पर जल्द मदद की घोषणा कर सकता है अमेरिका
विदेश मंत्री एस. जयशंकर की बाइडन प्रशासन के आला अधिकारियों से चर्चा का असर जल्द दिखने के आसार हैं। अमेरिका की तरफ से भारत को वैक्सीन निर्माण में मदद करने का अगले कुछ दिनों या हफ्तों में एलान किए जाने की संभावना है। अमेरिकी दौरे के अंत में जयशंकर ने भारतीय मीडिया को बताया कि कोरोना को लेकर कई मोर्चो पर दोनों देशों के बीच सहयोग की राह खुलेगी।
अमेरिका से अभी तक भारत को 500 करोड़ डालर की मदद मिली
अमेरिकी पक्षकारों ने भी स्पष्ट किया कि कोरोना से त्रस्त भारत को मदद करने के लिए उनकी तरफ से आगे भी कोशिश जारी रहेगी। अमेरिका से अभी तक भारत को 500 करोड़ डालर की मदद मिली है। जयशंकर ने कहा, कोशिश है कि अमेरिका की मदद से भारत में वैक्सीन निर्माण का काम तेज किया जाए। वैक्सीन निर्माण को लेकर अमेरिका से भारत की एक तो सीधे तौर पर बात हो रही है और दूसरा क्वाड के तहत निर्माण को लेकर भी अलग से बात हो रही है। जयशंकर ने इसे अपनी द्विपक्षीय वार्ताओं का सबसे महत्वपूर्ण विषय करार दिया। उन्होंने यह भी कहा कि जहां तक वैक्सीन निर्माण बढ़ाने का सवाल है तो यह अमेरिका से जुड़ा हुआ है। इसको उन्होंने स्पष्ट तो नहीं किया, लेकिन संभवत: उनका इशारा अमेरिका से कच्चे माल की आपूर्ति को लेकर है।