Violence in US: अमेरिका में सेना की तैनाती के ऐलान के बाद हिंसा में तेजी, 5 पुलिसकर्मियों की हत्या
राष्ट्रपति ट्रंप के इस ऐलान के बाद प्रदर्शनकारियों ने पांच पुलिस कर्मियों की हत्या कर दी। सेना की तैनाती की धमकी के बाद अमेरिका में नस्लीय हिंसा ने जोर पकड़ लिया।
वाशिंगटन, एजेंसी। अमेरिका में जारी हिंसा को रोकने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा सेना तैनात करने की धमकी के बाद नस्लीय आंदोलन और उग्र हो गया। राष्ट्रपति ट्रंप के इस ऐलान के बाद प्रदर्शनकारियों ने पांच पुलिस कर्मियों की हत्या कर दी। सेना की तैनाती की धमकी के बाद अमेरिका में नस्लीय हिंसा ने जोर पकड़ लिया। प्रदर्शनकारियों ने लॉस एंजिल्स में एक स्ट्रिप मॉल में आग लगा दी। न्यूयॉर्क शहर में प्रदर्शनकारियों ने दुकानों को लूट लिया। मिसौरी के सेंट लुइस में प्रदर्शनकारी और पुलिस के बीच भीड़ंत हो गई। पुलिस अधिकारियों पर जानलेवा हमला किया गया। इस भीड़ंत में कई पुलिस अफसर घायल हुए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
लास वेगास में एक पुलिस अधिकारी को मारी गोली
एपी समाचार एजेंसी ने कहा कि लास वेगास स्ट्रिप क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन के दौरान एक पुलिस अधिकारी को भी गोली मार दी गई। पुलिस ने रायटर को टिप्पणी करने से मना कर दिया। नेवादा के गवर्नर स्टीव सिसोलक ने एक ट्वीट में कहा कि उनके कार्यालय को लास वेगास में दो अलग-अलग घटनाओं की सूचना दी गई थी। राज्य स्थानीय कानून प्रवर्तन के संपर्क में है और स्थिति की निगरानी रखी जा रही है। सेंट लुइस पुलिस ने ट्विटर पर कहा यहां आंदोलकारी अभी भी फायरिंग हो रही है।
ट्रंप ने किया सेना की तैनाती का ऐलान
अमेरिका में जारी नस्लीय हिंसा के बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए सेना के उपयोग के संकेत दिए है। उन्होंने कहा कि इस समस्या के जल्द समाधान के लिए देशभर में सेना की तैनाती के लिए वह 1807 कानून लागू कर रहे हैं। राष्ट्रपति ट्रंप ने एक प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि राजधानी वाशिंगटन की सुरक्षा के लिए मैं एक निर्णायक कार्रवाई कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि इस बर्बरता पूर्ण हमले को रोकने के लिए और देश की संपत्ति की रक्षा के लिए वाशिंगटन में हजारों सशस्त्र बलों के साथ सेना की तैनाती करेंगे। अमेरिका का यह अधिनियम अमेरिकी राष्ट्रपति को विशेष शक्तियां प्रदान करता है। 1807 के विद्रोह अधिनियम के तहत देश में विरोध प्रदर्शन के दौरान राष्ट्रपति अमेरिकी शहरों में सैन्य कार्रवाई की इजाजत दे सकता है। देश में सेना की तैनाती कर सकता है।
बोले ट्रंप -हम हर किसी को चेतावनी दे रहे हैं
उन्होंने कहा देश के राष्ट्रपति के रूप में मेरा पहला और सर्वोच्च कर्तव्य है इस महान देश की और अमेरिकी नागरिकों की रक्षा और संकट से उनका बचाव करना। मैंने अपने राष्ट्र के कानूनों को बनाए रखने की शपथ ली है और मैं वहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि हम हर किसी को चेतावनी दे रहे हैं। हम कोधित भीड़ को हिंसा करने की अनुमति नहीं दे सकते। ट्रंप ने आगे कहा कि उन्होंने पर्याप्त संख्या में राष्ट्रीय रक्षक तैनात करने की दृढ़ता से सिफारिश की है। राष्ट्रपति ने कहा कि कर्फ्यू को सख्ती से लागू किया जाएगा। ट्रंप ने कहा जो निर्दोष जीवन के लिए संकट हैं और संपत्ति नष्ट करेंगे उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। उन्हें हिरासत में लिया जाएगा। उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।