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आडिटरों की जांच में सामने आई सोशल मीडिया साइट की असफलता

फेसबुक का अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उकसावे वाले पोस्टों पर कोई कार्रवाई नहीं करने का फैसला नागरिक अधिकारियों के लिए ब़़डा झटका है।

By Vinay TiwariEdited By: Published: Thu, 09 Jul 2020 06:33 PM (IST)Updated: Thu, 09 Jul 2020 06:33 PM (IST)
आडिटरों की जांच में सामने आई सोशल मीडिया साइट की असफलता
आडिटरों की जांच में सामने आई सोशल मीडिया साइट की असफलता

सैन फ्रांसिस्को, एनवाइटी। आडिटरों की जांच में यह पाया गया है कि फेसबुक कंपनी अपने प्लेटफार्म पर नागरिक अधिकारों की रक्षा करने में विफल रही है। दुनिया की इस दिग्गज सोशल मीडिया साइट ने लोगों को भेदभावपूर्ण पोस्टों और विज्ञापनों से बचाने के लिए पर्याप्त काम नहीं किए। फेसबुक का अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उकसावे वाले पोस्टों पर कोई कार्रवाई नहीं करने का फैसला नागरिक अधिकारियों के लिए ब़़डा झटका है।

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फेसबुक ने ही अपनी नीतियों की जांच करने का जिम्मा आडिटरों को सौंपा था। इसकी रिपोर्ट बुधवार को सामने आई। इस रिपोर्ट के चलते कंपनी अब असहज स्थिति में आ गई है। इससे फेसबुक अपने उन विरोधियों के निशाने पर आ गई है, जो यह कहते रहते हैं कि यह नफरत भरे संदेशों और गलत सूचनाओं को पनपने देती है। 89 पेज की आडिट रिपोर्ट में अमेरिका में 2016 में हुए राष्ट्रपति चुनाव का भी जिक्र किया गया है। फेसबुक को इस चुनाव में वोटरों पर असर डालने के लिए काम करने के आरोपों का सामना करना प़़डा था।

हालांकि इन स्थितियों से बचने के लिए उसने काफी काम किया है। अमेरिका में इस साल नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव होना है। इसलिए इस बात को लेकर आगाह किया गया है कि फेसबुक फिर अमेरिकी वोटरों पर नकारात्मक असर डाल सकती है।

हालांकि फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग कई बार यह कह चुके हैं कि उनकी कंपनी सियासी नेताओं के पोस्टों को नियंत्रित नहीं करेगी। रिपोर्ट में आडिटर लौरा मर्फी और मेगन काकस ने लिखा है, 'नागरिक अधिकार समुदायों के कई लोगों ने निराशा और आक्रोश व्यक्त किया है। ये लोग कई साल से कंपनी से मांग कर रहे हैं कि वह भेदभाव से मुकाबले के लिए और कदम उठाए।'

ट्रंप के करीबी रोजर के बंद किए गए अकाउंट

समाचार एजेंसी रायटर के अनुसार, फेसबुक ने ट्रंप के करीबी सलाहकार रोजर स्टोन के 100 से ज्यादा फर्जी अकाउंट और पेज हटा दिए हैं। कंपनी ने बताया कि ये अकाउंट और पेज 2016 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान सक्रिय थे। इस सोशल मीडिया कंपनी ने ब्राजील के राष्ट्रपति जेर बोल्सोनारो के समर्थकों या कर्मचारियों से जु़ड़े दर्जनों अकाउंट भी हटा दिए हैं। यह कार्रवाई ऑनलाइन झूठी खबरें फैलाने की जांच के मामले में की गई है।


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