फेसबुक ने कहा, गलत जानकारियों के आधार पर नहीं हटाए जाते हैं पोस्ट
फेसबुक पर पोस्ट किए जाने वाले कंटेंट की निगरानी कर रहे विशेषज्ञों को 1,400 पन्नों का दस्तावेज दिया गया है।
सैन फ्रांसिस्को, आइएएनएस। फेसबुक ने उस मीडिया रिपोर्ट को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा गया है कि वह कई बार गलत जानकारियों को आधार बनाकर किसी भी पोस्ट को डिलीट करता है। दरअसल, द न्यूयॉर्क टाइम्स में गुरुवार को छपी एक रिपोर्ट में फेसबुक पर अव्यवस्थित होने का आरोप लगाया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, फेसबुक पर पोस्ट किए जाने वाले कंटेंट की निगरानी कर रहे विशेषज्ञों को 1,400 पन्नों का दस्तावेज दिया गया है। उसमें भारत समेत कई देशों के कानून के बारे में गलत जानकारी है।
विशेषज्ञ कई बार उसमें दी गई सूचना को आधार बनाकर ही किसी पोस्ट पर फैसला लेते हैं। फेसबुक ने इन आरोपों से इन्कार करते हुए कहा कि कई बार नए ट्रेंड और फीडबैक के आधार पर नीतियों में बदलाव किया जाता है। कंपनी दुनियाभर में बदल रही सांस्कृतिक और भाषाई मानकों का भी ध्यान रखती है।
नेटफ्लिक्स को यूजर्स की जानकारी देने के आरोप से फेसबुक का इन्कार
अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने फेसबुक पर नेटफ्लिक्स व स्पॉटीफाई जैसे एप को अपने यूजर की निजी जानकारी हासिल करने की अनुमति देने का आरोप लगाया था। सोशल मीडिया साइट ने इस आरोप से इन्कार किया है। उसका कहना है कि बिना यूजर की अनुमति के उनकी कोई भी निजी जानकारी किसी भी कंपनी को नहीं दी जाती है।