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साइबर हमलों से सहमा इक्‍वाडोर, मोरेनो ने कहा- लंदन दूतावास में असांज करता था हैकर्स की मेजबानी

राष्‍ट्रपति लेनिन मोरेनो ने मंगलवार को कहा कि विकीलीक्‍स का संस्‍थापक जूलियन असांज लंदन के इक्‍वाडोरियन दूतावास में रहते हुए हैकर्स की मेजबानी व समन्‍वय कर रहा था।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Wed, 17 Apr 2019 09:40 AM (IST)Updated: Wed, 17 Apr 2019 10:17 AM (IST)
साइबर हमलों से सहमा इक्‍वाडोर, मोरेनो ने कहा- लंदन दूतावास में असांज करता था हैकर्स की मेजबानी
साइबर हमलों से सहमा इक्‍वाडोर, मोरेनो ने कहा- लंदन दूतावास में असांज करता था हैकर्स की मेजबानी

वाशिंगटन, एपी। इक्‍वाडोर के राष्‍ट्रपति लेनिन मोरेनो ने मंगलवार को कहा कि विकीलीक्‍स का संस्‍थापक जूलियन असांज लंदन के इक्‍वाडोरियन दूतावास में रहते हुए हैकर्स की मेजबानी व समन्‍वय कर रहा था। मोरेनो का कहना है कि स्‍वीडिश प्रोग्रामर व हैकर्स ओला बीनी असांज के संपर्क में थीं। इक्‍वाडोर सरकार ने बीनी पर भी शिकंजा तेज कर दिया है।
राष्‍ट्रपति मोरेनो ने कहा कि वह लंदन के इक्‍वाडोर दूतावास में कई बार असांज से मिल चुकी हैं। उन्‍होंने कहा कि इक्‍वाडोर के नागरिकों एवं सरकार से जुड़े सेलफोन और ऑनलाइन खातों को हैक करने में बीनी का ही हाथ था। उधर, इक्‍वाडोर के विदेश मंत्री मारिया रोमियो ने कहा कि बीनी ने लंदन दूतावास में असांज से मिलने के लिए कम से कम 12 बार यात्राएं की हैं। मोरेनो की सरकार ने असांजे पर अंतरराष्‍ट्रीय मामलों में दखल देने के साथ कर्मचारियों को परेशान करने और दूतावास की दीवारों पर मल विसर्जन करने का आरोप लगाया है। हालांकि, बीनी इस समय इक्‍वाडोर पुलिस की हिरासत में है। गत सप्‍ताह राष्‍ट्रपति मोरेनो द्वारा असांज को दूतावास से बेदखल करने के कुछ घंटे बाद ही क्विटो पुलिस ने बीनी को हिरासत में ले लिया था। 

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मोरेनो ने कहा कि बीनी की गिरफ्तारी के बाद उसके परिजनों ने अपने बेटी की रिहाई के लिए इक्‍वाडोर पुलिस से अनुरोध किया था। परिजनों का कहना है कि उनका बेटी निर्दोष है। उन्‍होंने कहा कि असांज से उसकी दोस्‍ती थी, इससे ज्‍यादा और कुछ भी नहीं था। बीनी के पिता ने कहा कि उनकी बेटी एक गैर-लाभकारी समूह के लिए एक सॉफ्टवेयर डेवलपर के रूप में काम करती है और उसको आॅनलाइन स्‍वतंत्रता का जुनून है। 
गौरतलब है कि राष्‍ट्रपति मोरेनो ने अपने पांच दिवसीय अमेरिकी दौरे पर हैं। अंतर-अमेरिकी वार्ता के दौरान ही उन्‍होंने असांज पर यह आरोप लगाया है। इस यात्रा के दौरान उन्‍होंने निर्णय लिया है कि वह ट्रंप प्रशासन के साथ बैठक नहीं करेंगे।
 

बता दें कि असांज की राजनयिक सुरक्षा वापस लेने के बाद इक्‍वाडोर में साइबर हमलों का सिलसिला तेज हो गया है। इक्‍वाडोर के सार्वजनिक संस्‍थानों के वेबपेजों पर अब तक 40 लाख साइबर हमले हो चुके हैं। इन साइबर हमलों से इक्‍वाडोर सरकार सहमी हुई है। उसे चिंता है कि कहीं उसके महत्‍वपूर्ण डाटा हैक न हो जाएं।


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