ट्रंप ने खामेनेई को संभलकर बोलने की चेतावनी दी, कहा- ईरान के नेता आतंकवाद का रास्ता छोड़ें
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान के नेताओं से आतंकवाद का रास्ता छोड़ने और ईरान को फिर से महान बनाने की गुजारिश की है। यही नहीं उन्होंने खामनेई को संभलकर बोलने की नसीहत दी है।
वाशिंगटन, एएनआइ/एएफपी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के नेताओं से आतंकवाद का रास्ता छोड़ने और ईरान को फिर से महान बनाने की गुजारिश की है। ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि ईरान के महान लोग जो अमेरिका से प्रेम करते हैं, उन्हें एक ऐसी सरकार चाहिए जो सम्मान मांगने के लिए उनकी हत्या करने से ज्यादा उनके सपनों को हकीकत में बदलने में उनकी मदद करे। इसके साथ ही ट्रंप ने ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई (Ayatollah Ali Khamenei) को भी संभलकर बोलने की चेतावनी दी।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि ईरान को बर्बादी की ओर ले जाने के बजाय उसके नेताओं को आतंक को छोड़ देना चाहिए और ईरान को फिर से महान बनाना चाहिए। ट्रंप ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई को शब्दों के चयन में बेहद सावधानी बरतने की चेतावनी दी। ट्रंप ने ट्वीट कर कहा कि ईरान का तथाकथित सुप्रीम लीडर अब इतना सर्वोच्च नहीं रहा। ईरान की अर्थव्यवस्था गर्त में जा रही है और वहां के नागरिक पीड़ित हैं। ईरान के सर्वोच्च नेता को शब्दों के चयन में बेहद सावधानी बरतनी चाहिए।
ट्रंप ने कहा कि ईरान के सर्वोच्च नेता को अब अमेरिका और यूरोप के बारे में खराब बातें ही कहनी है। खामनेई ने अपने भाषण में जो बातें कही हैं वो उनकी भूल है। वास्तव में खामनेई ने अपने भाषण में अमेरिका को बुरा और ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी को अमेरिका का प्यादा बताते हुए ट्रंप पर निशाना साधा था।
दरअसल, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामनेई Ayatollah Ali Khamenei ने शुक्रवार को साल 2012 के बाद पहली बार जुमे की नमाज को संबोधित करते हुए कहा था कि ईरान बातचीत के लिए तैयार है लेकिन वह अमेरिका के साथ बात नहीं करेगा। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति को जोकर बताते हुए कहा था कि ट्रंप US President Donald Trump ईरान के लोगों का समर्थन करने का केवल दिखावा करते हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि ट्रंप एक दिन हमारी पीठ पर जहरीला छुरा घोंप देंगे।