डोनाल्ड ट्रंप का कोरोना संक्रमित होना चीन के लिए खतरे की घंटी! जानें क्या निर्णय ले सकता है अमेरिका
कोरोना वायरस के चलते अमेरिका शुरू से ही चीन पर इस वायरस के फैलाने का आरोप लगाता रहा है। अब तो अमेरिका के राष्ट्रपति इस वायरस की चपेट में आ गए हैं। ऐसे में चीन के लिए खतरा बढ़ सकता है। जानें क्या कहती है रिपोर्ट।
वाशिंगटन,एएनआइ। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कोरोना संक्रमित होने के बाद सभी उनके ठीक होने होने की दुआएं कर रहे हैं। पत्नी मेलानिया संग उनका वाल्टर रीड मेडिकल में इलाज चल रहा है। हालांकि ट्रंप ने अपने ठीक होने की बात कही है, लेकिन उनके संक्रमित होने के बाद चीन की मुश्किलें और बढ़ सकती है। जैसा की सब जानते हैं कि पहले ही ट्रंप चीन पर कोरोना वायरस का प्रसार करने का आरोप लगा चुका है, जिससे दोनों देशों के रिश्तों में कड़वाहट भी आई है। अब पूरे अमेरिका के साथ देश का प्रमुख भी संक्रमण से ग्रस्त हो चुके हैं। ऐसे में चीन के प्रति अमेरिका पहले से ज्यादा कड़ा रुख अपना सकता है। इससे पहले ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए आयोजित बहस में भी कोरोना के लिए चीन के दोषी ठहराया था।
एएनआइ न्यूज एजेंसी ने सीएनएन के हवाले से बताया कि चीन ने पूरी दुनिया को इस वायरस के बारे में सही जानकारी लोगों नहीं दी और इस पर काबू नहीं पाने में असमर्थ रहा, जिसके चलते यूएस पर भी इस संक्रमण का कहर टूटा। इस भयंकर वायरस से अकेले यूएस में 2,00,000 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है और ट्रंप को मिलाकर देश में 74,09,894 लोग संक्रमित हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि ट्रंप द्वारा चीन पर वायरस को लेकर आरोप लगाने के बाद बीजिंग खासा नाराज भी हुआ। इसके बाद चीन ने वाशिंगटन की राज्य मीडिया के माध्यम से और आधिकारिक टिप्पणियों में वायरस के प्रति चलाई जा रही गलतफहमियों को लेकर टिप्पणी की।
सीएनएन ने लिखा है कि चीन के करीबी कई देश पहले भी वायरस के संपर्क में आ चुके हैं और फिर भी यह अमेरिका से कहीं बेहतर है, और ज्यादातर विशेषज्ञ इस बात की आलोचना करते हैं कि ट्रम्प ने महामारी को ठीक से हैंडल नहीं किया। वहीं ग्लोबल टाइम्स के चीफ हू जिंजिन में एडिटर ने कहा कि ट्रम्प और फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रम्प ने कोरोना की स्थिति को ठीक से हैंडल नहीं किया, जिसके चलते उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ी। हालांकि, उन्होंने जल्द ही अपने ट्वीट को हटा दिया, लेकिन यह साफ नहीं हो पाया है कि यह उनका निजी निर्णय था या नहीं।
वहीं सीएनएन ने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि बीजिंग को ट्रंप के संक्रमित होने के बाद घबराने की आशंका बढ़ जाती है। अमेरिका में अगले महीने वाले राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में यह मुद्दा यूएस के प्रचार अभियान में बना हुआ है। रिपोर्ट में लिखा गया है कि अमेरिका चीन के खिलाफ सख्त कदम उठा सकता है।
रिपब्लिकन सीनेटर केली लोफ्लर ने ट्विटर पर लिखा, “चीन ने इस वायरस के बारे में झूठ बोला और विश्व स्वास्थ्य संगठन को अपने कवर-अप में उलझा कर रखा। अब इस वायरस से ट्रंप और फर्स्ट लेडी भी संक्रमित हो गए हैं। इसके लिए चीन लाखों लोगों की मौत के लिए चीन को ठहरात हैं। ट्रम्प अभियान के फंडराइज़र ब्लेयर ब्रांट (Blair Brandt) ने एक बार फिर से चीन पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने इस बार अमेरिका पर बायोलोजिकल अटैक (biologically attacked) किया है।