US Presidential Election: सभी सर्वेक्षणों में बिडेन से पिछड़ रहे हैं ट्रंप, कहा- सारे सर्वे फर्जी, मैं हारने वाला नहीं
कोरोना महामारी से निपटने के उनके तौर-तरीकों और अफ्रीकी-अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की हिरासत में मौत के बाद सामाजिक उथल-पुथल के चलते ट्रंप की लोकप्रियता में भारी कमी आई है।
वाशिंगटन, एजेंसियां। सभी सर्वेक्षणों में डेमोक्रेट प्रत्याशी जो बिडेन से लगातार पिछड़ रहे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चुनाव हारने पर नतीजे को सार्वजनिक तौर पर स्वीकार करने का वादा करने से बच रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी इसकी गारंटी देना जल्दबाजी होगी।
फॉक्स न्यूज के साथ साक्षात्कार में ट्रंप ने कहा, 'मुझे देखना पड़ेगा। न मैं हां कहने जा रहा हूं, न ही मना कर रहा हूं। पिछली बार भी मैंने यही किया था।' ट्रंप ने कहा, 'पहली बात तो यह कि मैं हारने वाला नहीं। सारे सर्वे फर्जी हैं, प्रायोजित हैं। 2016 में ऐसे सर्वे फर्जी साबित हो चुके हैं।'
डोनाल्ड ट्रंप की लोकप्रियता में आई कमी
दरअसल, कोरोना महामारी से निपटने के उनके तौर-तरीकों और अफ्रीकी-अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की हिरासत में मौत के बाद सामाजिक उथल-पुथल के चलते ट्रंप की लोकप्रियता में भारी कमी आई है। ताजा सर्वे में ट्रंप के मुकाबले बिडेन को 15 अंकों की बढ़त दिखाई गई है। ट्रंप ने यह कहते हुए इसे फर्जी बताया कि सर्वे में रिपब्लिकन समर्थकों को नजरअंदाज किया गया। अमेरिकी जनता सही फैसला करेगी।
गौर करने की बात यह है कि राष्ट्रपति होने के बावजूद ट्रंप अमेरिकी चुनाव प्रक्रिया में पूरा भरोसा नहीं जता पाए। चार साल पहले भी डेमोक्रेट प्रत्याशी हिलेरी क्लिंटन के साथ कड़े मुकाबले में फंसे ट्रंप ने मतदान से कुछ समय पहले कहा था कि अगर डेमोक्रेट जीते तो वे नतीजे का सम्मान करने के लिए प्रतिबद्ध नहीं हैं।
ट्रंप ने जाने-माने संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. एंथोनी फासी के बारे में कहा कि वे कोरोना महामारी को लेकर भय पैदा करने वाले शख्स हैं। ट्रंप फरवरी के अपने उस बयान के बारे में पूछे जाने पर अटक गए, जिसमें उन्होंने कहा था कि यह वायरस कुछ ही दिनों में छूमंतर हो जाएगा। वे बोले, 'आखिरकार मेरी बात सही साबित होगी।'
ट्रंप के समर्थन में वर्चुअल रैली, एक लाख भारतवंशी शामिल
अमेरिका में भारतीय समुदाय के बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन बढ़ रहा है। ट्रंप शासन में भारत को बड़े मुद्दों पर अमेरिका का साथ मिलना इसकी बड़ी वजह है। ट्रंप के समर्थन में आयोजित एक वर्चुअल रैली में एक लाख से अधिक भारतीय-अमेरिकियों का शामिल होना इसकी एक बानगी है।
ट्रंप के चुनाव अभियान से प्रमुखता से जुड़े अल मेसन ने रैली के दौरान कहा कि 1992 के बाद पहली बार डेमोक्रेट समर्थक भारतीय समुदाय ट्रंप के पक्ष में वोट करने जा रहा है। ट्रंप को भारतीय बहुत पसंद करते हैं।