डोनाल्ड ट्रंप ने की कैपिटल बिल्डिंग हिंसा की निंदा, महाभियोग पर नहीं की कोई बात
डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी की कैपिटल बिल्डिंग हिंसा की निंदा की है। उन्होंने कहा है कि वो इस तरह की हिंसा पर भरोसा नहीं करते हैं और जो उनका सच्चा समर्थक होगा वो भी ऐसा नहीं करेगा। हालांकि इस दौरान ट्रंप ने महाभियोग पर बात नहीं की।
वाशिंगटन, एएनआइ। दो बार महाभियोग का समाना करने वाले वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के कुछ घंटे बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कैपिटल बिल्डिंग में अपने समर्थकों द्वारा हिंसा की निंदा की। ट्रंप ने एक वीडियो जारी कर अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने का आह्वान किया और हालिया घटना को दोहराने से बचने की सलाह दी।
व्हाइट हाउस द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में ट्रम्प ने कहा कि मैं किसी भी हिंसा पर भरोसा नहीं करता और जो उनका सच्चा समर्थक होगा वो भी ऐसा नहीं करेगा। मेरा कोई भी सच्चा समर्थक कानून या हमारे अमेरिकी झंडे का अनादर नहीं कर सकता। मेरा कोई भी सच्चा समर्थक कभी भी अपने साथी अमेरिकियों को परेशान नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा कि अगर आप हिंसा करते हैं, तो आप हमारे आंदोलन का समर्थन नहीं कर रहे हैं। आप इस पर हमला कर रहे हैं और आप हमारे देश पर हमला कर रहे हैं। हम इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते। ट्रंप ने कहा कि जो लोग कैपिटल बिल्डिंग पर हिंसा में शामिल थे, उन्हें कानून का सामना करना पड़ेगा। इसमें कोई बहाना नहीं, कोई अपवाद नहीं, अमेरिका कानूनों का देश है। हिंसा का समर्थन नहीं किया जा सकता।
ट्रंप ने आगे कहा, 'हमने राजनीतिक हिंसा को बाहर जाते देखा है, हमने बहुत से दंगे, भीड़ को तोड़फोड़ करते देखा है। इसे रोकना होगा। चाहे आप दाईं तरफ हों या बाई तरफ हों, डेमोक्रेट हों या रिपब्लिकन हों, हिंसा का कोई औचित्य नहीं है।'
...No true supporter of mine could ever threaten or harras their fellow Americans. If you do any of these things you are not supporting our movement, you are attacking it and our country. We can't tolerate it: US President Donald Trump https://t.co/xT4flThwLs" rel="nofollow— ANI (@ANI) January 13, 2021
हालांकि, इस दौरान ट्रंप ने अपने उपर लगे महाभियोग पर कुछ नहीं बोला, लेकिन उन्होंने सोशल मीडिया कंपनियों द्वारा उन पर प्रतिबंध लगाने का जिक्र जरूर किया। उन्होंने कहा कि हमारे साथी नागरिकों को सेंसर करने और ब्लैकलिस्ट करने का प्रयास गलत हैं और खतरनाक हैं। हमें एक दूसरे को सुनने की जरूरत है, न कि एक दूसरे को चुप कराने की।
ट्रंप समर्थकों की भीड़ ने 6 जनवरी को नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के लिए इलेक्टोरल कॉलेज के वोटों को प्रमाणित करने की प्रक्रिया को रोकने की कोशिश में कैपिटल बिल्डिंग में हिंसा की। पुलिस और ट्रंप समर्थकों की झड़प में पांच लोगों की मौत हो गई थी।