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डॉक्टरों की निगरानी में ट्रंप, दो सप्ताह तक ली थी हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की खुराक

व्हाइट हाउस की मेडिकल टीम राष्ट्रपति ट्रंप के हेल्थ को मॉनिटर कर रही है क्योंकि उन्होंने कोरोना से बचने के लिए दो सप्ताह तक हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की खुराक ली थी।

By Monika MinalEdited By: Published: Thu, 04 Jun 2020 07:49 AM (IST)Updated: Thu, 04 Jun 2020 07:49 AM (IST)
डॉक्टरों की निगरानी में ट्रंप,  दो सप्ताह तक ली थी हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की खुराक
डॉक्टरों की निगरानी में ट्रंप, दो सप्ताह तक ली थी हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की खुराक

वाशिंगटन, एपी। दो सप्ताह तक हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन (HCQ) की खुराक लेने वाले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) को अब डॉक्टरों के संपर्क में रहना पड़ रहा है। हालांकि डॉक्टरों ने राष्ट्रपति को बिल्कुल स्वस्थ बताया है।  उनके स्वास्थ्य की निगरानी के लिए व्हाइट हाउस की मेडिकल टीम को नियुक्त किया गया है जो उनके दिल की धड़कनों को मॉनिटर कर रही है। बुधवार को उनके डॉक्टर ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस से बचने के लिए राष्ट्रपति ने मलेरिया के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन का इस्तेमाल किया। अब इसके साइड इफेक्ट्स को देखने के लिए इलेक्ट्रोडायोग्राम (ElectroDiogram) द्वारा उनके हार्ट को मॉनिटर किया जा रहा है। 

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डॉक्टर सीन कोनले (Sean Conley) ने ट्रंप के लेटेस्ट फिजिकल रिपोर्ट में लिखा, 'राष्ट्रपति ने बगैर किसी साइड इफेक्ट के इसके डोज को पूरा किया।' डॉक्टर कोनले ने कहा कि कुल मिलाकर ट्रंप के बेसिक स्वास्थ्य में थोड़ा साा बदलाव हुआ। निगेटिव यही है कि उनका वजन एक पौंड अधिक बढ़ गया है वहीं कोलेस्ट्रॉल का लेवल का गिरना जारी है। डॉक्टर ने कहा,'इस मॉनिटरिंग से जो डाटा मिला है उसके अनुसार, राष्ट्रपति बिल्कुल स्वस्थ हैं।'

राष्ट्रपति ट्रंप रोजुवास्टाटिन  (Rosuvastatin) अपने अनियमित कोलेस्ट्रॉल के स्तर को सही करने के लिए लेते हैं। राष्ट्रपति ट्रंप प्रतिदिन एस्पिरिन (aspirin) और फिनास्टेराइड (Finasteride) की खुराक लेते हैं। एस्पिरिन हार्ट अटैक के खतरे को कम करता है वहीं फिनास्टेराइड प्रोस्टेट को बढ़ने से रोकता है।  

डॉक्टर ने बताया कि यह उचित केयर टीम के सदस्यों के साथ संपर्क के बाद ही किया गया है, और डॉक्टर उनके दिल की धड़कनों की जांच कर रहे थे क्योंकि हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की वजह से होने वाले साइड इफेक्टस में से एक यह भी है। कोविड-19 के पहले स्टेज में ही मलेरिया के लिए इस्तेमाल किया जाने वाली यह दवा प्रभावी साबित नहीं हुई। न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसीन द्वारा बुधवार को प्रकाशित होने वाले परिणामों से पता चलता है कि हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन (hydroxychloroquine) प्लेसबो पिल्स ( placebo pills) की तुलना में बेहतर नहीं है जो कोरोना वायरस से होने वाली बीमारी को रोकता है।


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