पार्टी में 'हिंदूफोबिया' के लिए मूकदर्शक है डेमोक्रेटिक लीडरशिप, हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन का आरोप
नवंबर में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव है जिसके लिए रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक जो बिडेन के बीच कड़ी टक्कर है। इस चुनाव में भारतीय अमेरिकी समुदाय की भी अहम भूमिका है। इस बीच हिंदू अमेरिकी फाउंडेशन ने डेमोक्रेटिक पार्टी में हिंदूफोबिया का आरोप लगाया है।
वाशिंगटन, प्रेट्र। एक ओर जहां रिपब्लिकन और डेमोक्रेट आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए भारतीय अमेरिकी समुदाय को अपने पक्ष में लाने के लिए भरसक प्रयास कर रहे हैं वहीं हिंदू अमेरिकी फाउंडेशन ने डेमोक्रेटिक लीडरशिप पर आरोप लगाया है कि यह पार्टी में बढ़ रहे हिंदूफोबिया (हिन्दू से जुड़ी से सभी चीजों के प्रति घृणा) के प्रति मूकदर्शक बन बैठी है।
इससे पहले मार्च में अमेरिका की पहली हिंदू सांसद तुलसी गबार्ड ने भी कहा था कि अमेरिका में 'हिंदूफोबिया' हकीकत है जिसका उन्होंने राष्ट्रपति उम्मीदवारी के अपने अभियान के दौरान झेला है।फाउंडेशन ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि यदि पार्टी मे इस पर रोक नहीं लगी तो धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय अपना समर्थन रिपब्लिकन पार्टी को दे सकता है। हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन की चेतावनी ऐसे समय में आई है जब हाल ही के सर्वे में यहां के भारतीय अमेरिकियों का झुकाव डेमोक्रेटिक पार्टी से रिपब्लिकन और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर देखने को मिला। फाउंडेशन ने सोशल मीडिया के जरिए बताया, 'भारतीय अमेरिकी मतदाताओं के साथ बातचीत से यह बात सामने आई है कि कई भारतीय अमेरिकी डेमोक्रेटिक पार्टी क्यों छोड़ रहे हैं। उनकी व्हाट्सएप चैट से पता चलता है कि डेमोक्रेटिक पार्टी की तथाकथित सुपर प्रोग्रेसिव इकाई की हालिया भारत विरोधी सक्रियता का पता चलता है जिससे अमर शेरगिल जुड़े हैं।'
इसमें आरोप लगाया गया है कि कैलिफोर्निया डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव कॉकस के अध्यक्ष शेरगिल कैलिफोर्निया के ही एक और राजनीतिक कार्यकर्ता पीटर फ्रीडरिक के साथ मिलकर सभी भारतीय अमेरिकियों और हिंदू सांसदों तथा डेमोक्रेटिक पार्टी के पदाधिकारियों के खिलाफ अभियान चला रहे हैं, वहीं डेमोक्रेटिक पार्टी का शीर्ष नेतृत्व इस पर अब तक मूकदर्शक बना हुआ है। फाउंडेशन ने आरोप लगाया कि प्रतिनिधि सभा के लिए चुनी गई पहली हिंदू सांसद तुलसी गबार्ड, टेक्सास से डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार श्रीनिवास कुलकर्णी और डेमोक्रेटिक पार्टी से जुड़ी पद्मा कुप्पा को पार्टी में कथित हिंदूफोबिया का सामना करना पड़ रहा है।