अमेरिका में क्षतिग्रस्त गांधी प्रतिमा को किया जा रहा ठीक, भारतीय दूतावास कर रहा निगरानी
अमेरिका में जार्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में हुई मौत के बाद भड़की हिंसा और विरोध प्रदर्शनों के दौरान महात्मा गांधी की प्रतिमा को स्प्रे पेंटिंग से नुकसान पहुंचाया गया था।
न्यूयॉर्क, आइएएनएस। अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी में विरोध प्रदर्शन के दौरान क्षतिग्रस्त महात्मा गांधी की प्रतिमा को ठीक करने का काम शुरू कर दिया गया है। अमेरिका की राष्ट्रीय उद्यान सेवा (एनपीएस) ने मंगलवार को बताया कि बापू की प्रतिमा से स्प्रे पेंटिंग हटाने का काम शुरू हो चुका है। भारतीय दूतावास इस कार्य की निगरानी कर रहा है।
ज्ञात हो कि अमेरिका में अश्वेत व्यक्ति जार्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में हुई मौत के बाद भड़की हिंसा और विरोध प्रदर्शनों के दौरान महात्मा गांधी की प्रतिमा को स्प्रे पेंटिंग से नुकसान पहुंचाया गया था। घटना गत दो जून की है। यह प्रतिमा राजधानी वाशिंगटन में भारतीय दूतावास के बाहर स्थित है। घटना की निंदा करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यह शर्मनाक है। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि महात्मा गांधी की प्रतिमा को विकृत किया जाना अपमानजनक है। महात्मा गांधी की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाए जाने की घटना के बारे में पूछे जाने पर ट्रंप ने व्हाइट हाउस में कहा, 'यह अपमानजनक है।' बता दें कि भारतीय दूतावास ने मामले की शीघ्र जांच के लिए इसे विदेश मंत्रालय के समक्ष उठाया है।
नॉर्थ कैरोलिना के सीनेटर टॉम टिलिस ने कहा कि डीसी में गांधी की प्रतिमा को इस तरह से देखना शर्मनाक है।गांधी शांतिपूर्ण विरोध के अग्रणी थे, जो महान परिवर्तन ला सकते हैं। इस तरह दंगे, लूटपाट और बर्बरता के साथ विरोध प्रदर्शन करना हमें एक साथ नहीं लाते है।
घटना पर नई दिल्ली में अमेरिका के राजदूत केन जस्टर ने माफी भी मांगी थी। उन्होंने पिछले सप्ताह ट्वीट कर कहा था- वाशिंगटन डीसी में गांधी की प्रतिमा को विकृत किए जाने से दुखी हूं। कृपया हमारी माफी स्वीकार करें।
गौरतलब है कि अमेरिका में 25 मई को अश्वेत व्यक्ति जार्ज फ्लॉयड की मौत ने पुलिस की बर्बरता, नस्लवाद और सामाजिक अन्याय के खिलाफ दुनिया भर में आंदोलन छेड़ दिया। वायरल हुए एक वीडियो में में एक सफेद पुलिस अधिकारी, डेरेक चाउविन दिखा रहा है, बाद में गिरफ्तार होने के बाद फ्लॉयड की गर्दन पर घुटना टेक दिया गया था, जिससे उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका के अलावा, ग्रीस, इटली यूनाइटेड किंगडम, डेनमार्क, जर्मनी, फ्रांस, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और अन्य देशों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। हालांकि, अब अमेरिका में शांति बहाल हो गई है। पिछले दिनों राज्यों से कर्फ्यू भी हटा लिया गया है।