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कोरोना काल का फायदा उठाने की कोशिश में आतंकी, सरकारों से भरोसा कम करने का कर रहे प्रयास

कोरोना हमामारी से लड़ने के लिए जहां एक तरफ दुनिया भर के तमाम देश कोशिश में लगे हुए हैं। इस बीच एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि हिंसक चरमपंथी और अतंकी महामारी के समय में फायदा उठाने की कोशिशों में लग गए हैं।

By Manish PandeyEdited By: Published: Thu, 19 Nov 2020 02:22 PM (IST)Updated: Thu, 19 Nov 2020 02:22 PM (IST)
कोरोना काल का फायदा उठाने की कोशिश में आतंकी, सरकारों से भरोसा कम करने का कर रहे प्रयास
वैश्विक स्तर पर कोरोनो वायरस मामलों की कुल संख्या 5.60 करोड़ से अधिक हो गई है।

संयुक्त राष्ट्र, आइएएनएस। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अपराधी और हिंसक चरमपंथी सरकारों पर से जनता का विश्वास कम करने के लिए कोरोना महामारी को घातक हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र के अंतर अपराध और न्याय अनुसंधान संस्थान (UNICRI) द्वारा बुधवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि आतंकवादी, हिंसक चरमपंथी और संगठित आपराधिक गुट अपनी गतिविधियों का विस्तार करने के लिए महामारी का इस्तेमाल कर रहे हैं।

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संस्थान के निदेशक एंटोनिया मैरी डी मेओ ने कहा, 'यह भी चौंकाने वाली बात है कि कुछ आतंकवादी और हिंसक चरमपंथी समूहों ने सोशल मीडिया का दुरुपयोग करके कोरोना वायरस को फैलाने और इसे एक जैविक हथियार के रूप में उपयोग करने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे सरकारों में भरोसे को कमज़ोर किया जा सके।

रिपोर्ट के अनुसार, शोधकर्ताओं ने पाया कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल आतंकवाद को प्रेरित करने के लिए किया जा सकता है। रिपोर्ट में ऐसे मामलों का जीक्र किया गया है जिनमें दक्षिणपंथी चरमपंथी गुटों ने खुले तैर पर अपने समर्थकों को वायरस फैलाने के लिए कहा है। जबकि अन्य गुट बड़ी आबादी या प्रदूषण के उच्च स्तर वाले देशों में कोरोना वायरस को फैलाने की वकालत कर रहे हैं।

यूएनआइसीआरआइ के शोधकर्ताओं ने बताया कि कैसे चरमपंथी, विशेष रूप से दक्षिणपंथी समूहों ने सोशल मीडिया का उपयोग वायरस के बारे में साजिश फैलाने के लिए किया। यहा अपना नैटवर्क बढ़ाने के लिये कम्पयूटर ऐल्गोरिथम का इस्तेमाल कर रहे हैं और उन लोगों तक पहुंच रहे हैं जिन्होंने सोशल मीडिया पर ख़ास सन्देशों को पसन्द किया है। महामारी से उत्पन्न आर्थिक संकट ने भी आपराधिक समूहों को दिवालियापन का खतरा झेल रही कंपनियों और दुकानों पर नियंत्रण का पूरा मौका दे दिया है।

जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय की रिपोर्ट में वैश्विक स्तर पर कोरोनो वायरस मामलों की कुल संख्या 56 मिलियन (5.60 करोड़) से अधिक है, जबकि 1.34 मिलियन (13 लाख) से अधिक लोगों की मौत हो गई हैं। यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) के मुताबिक गुरुवार को कोरोना वायरस के कुल मामले 5 करोड़ 61 लाख 78 हजार 674 और मरने वालों की संख्या 13 लाख 48 हजार 348 हो गई है।


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