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CoronavirusUSA: अमेरिका में हाहाकार, ढाई लाख संक्रमित, मरने वालों की संख्‍या छह हजार से पार

दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका में कोरोना वायरस के कहर से हाहाकार जैसे हालात बन गए हैं। तमाम उपायों के बावजूद संक्रमित लोगों का आंकड़ा ढाई लाख के करीब पहुंच गया है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Fri, 03 Apr 2020 08:36 PM (IST)Updated: Fri, 03 Apr 2020 09:29 PM (IST)
CoronavirusUSA: अमेरिका में हाहाकार, ढाई लाख संक्रमित, मरने वालों की संख्‍या छह हजार से पार
CoronavirusUSA: अमेरिका में हाहाकार, ढाई लाख संक्रमित, मरने वालों की संख्‍या छह हजार से पार

वाशिंगटन, एजेंसियां। दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका में कोरोना वायरस के कहर से हाहाकार जैसे हालात बन गए हैं। तमाम उपायों के बावजूद संक्रमित लोगों का आंकड़ा ढाई लाख के करीब पहुंच गया है। मरने वालों की संख्या छह हजार के पार पहुंच गई है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका इस समय कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बेहद अहम चरण में है। उन्होंने अमेरिकियों को सलाह दी है कि वे महामारी के खिलाफ लड़ाई जीतने के लिए अगले चार हफ्ते तक घरों में ही रहें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।

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ट्रंप ने गुरुवार को ह्वाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में कहा, 'हम कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बेहद अहम दौर में हैं। यह महत्वपूर्ण है कि हर अमेरिकी प्रकोप पर अंकुश लगाने के लिए हमारे दिशा-निर्देशों का 30 दिनों तक पालन करें। आगामी चार हफ्ते तक के हमारे त्याग से अनगिनत अमेरिकियों की जान बच जाएगी।' उन्होंने कहा कि हम वायरस से बचाव के लिए नए तरीकों के साथ ही तमाम थेरेपी, उपचार और वैक्सीन का विकास कर रहे हैं। अमेरिका में रोजाना एक लाख से ज्यादा कोरोना टेस्ट किए जा रहे हैं।

ट्रंप के निशाने पर मास्क निर्माता कंपनी

ट्रंप ने ट्वीट के जरिये फेस मास्क निर्माता कंपनी 3एम को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि इसे कीमत चुकानी पड़ेगी। एन-95 मास्क बनाने वाली इस कंपनी के बारे में बताया जा रहा है कि इसने आपूर्ति कम कर दी है।

30 करोड़ से ज्यादा आबादी घरों में कैद

ह्वाइट हाउस ने बताया कि कोरोना वायरस की रोकथाम के प्रयास में अमेरिका की 33 करोड़ की आबादी में से 30.5 करोड़ लोग घरों में कैद हैं। ट्रंप ने सोशल डिस्टेंसिंग के दिशा-निर्देशों को 30 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया है। 

पहले एंटीबॉडी टेस्ट को मंजूरी

ट्रंप ने बताया कि यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने पहले कोरोना वायरस एंडीबॉडी टेस्ट को मंजूरी दी है। इससे कोरोना से उबरने वाले लोगों में इस संक्रमण से मुकाबले में उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली की प्रतिक्रिया को समझने में मदद मिलेगी।

दूसरे टेस्ट में भी अमेरिकी राष्ट्रपति पास

ह्वाइट हाउस के फिजिशियन सीन कोनले ने बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप का कोरोना वायरस को लेकर किया गया टेस्ट दूसरी बार भी निगेटिव आया है। वह पूरी तरह स्वस्थ हैं और उनमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं पाया गया है। ट्रंप की यह जांच एक नए रैपिड-प्वाइंट-ऑफ-केयर टेस्ट से हुई। इससे नतीजा महज 15 मिनट में ही आ जाता है।

विमानवाहक युद्धपोत के कैप्टन की छुट्टी 

अमेरिकी विमानवाहक युद्धपोत यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट के कैप्टन ब्रेट क्रोजियर को बर्खास्त कर दिया गया है। उन्होंने पत्र लिखकर कहा था कि युद्धपोत पर कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए कुछ नहीं किया जा रहा है। पोत के करीब एक हजार नौसैनिकों को क्वारंटाइन किया गया है। 93 नौसैनिकों का टेस्ट पॉजिटिव आया है।

बचाव के लिए फेस मास्क पर्याप्त नहीं

ह्वाइट हाउस ने कहा कि कोरोना से बचाव में फेस मास्क पर्याप्त नहीं है। इसके लिए सोशल डिस्टेंसिंग और दूसरे सख्त उपायों की भी जरूरत है। ह्वाइट हाउस का यह बयान उन चर्चाओं के बीच आया है कि सभी अमेरिकियों को फेस मास्क पहनने की जरूरत है। ह्वाइट हाउस टास्क फोर्स की सदस्य डेबोरा ब‌र्क्स ने पत्रकारों से कहा, 'याद रखें कि हर चीज के लिए यह (फेस मास्क) विकल्प नहीं है, जिसे सबको पहनने को कहा जा रहा है।'

न्यूयॉर्क में मरीजों और शवों से भरे अस्पताल और मुर्दाघर

अमेरिका में कोरोना वायरस का केंद्र बने न्यूयॉर्क राज्य में महामारी से सबसे बुरे हालात हैं। न्यूयॉर्क शहर में स्थिति ऐसी है कि मरीजों से अस्पताल भर गए हैं। इससे निपटने के लिए शहर में कई अस्थायी अस्पताल बनाए जा रहे हैं। शहर के मुर्दाघरों में भी शवों को रखने के लिए जगह नहीं बची है। न्यूयॉर्क शहर के अंतिम संस्कार स्थलों और कब्रिस्तानों के निदेशकों ने बताया कि ऐसे हालात देखने को कभी नहीं मिले। शवों का अंतिम संस्कार रात में भी किया जा रहा है। न्यूयॉर्क राज्य में कोरोना से अब तक करीब 90 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं। ढाई हजार से अधिक की मौत हो चुकी है।

भारतवंशी ने बयां किया भयावह मंजर

न्यूयॉर्क शहर में कोरोना से मुकाबले में अग्रिम पंक्ति में खड़े भारतीय मूल के डॉक्टर कृष्ण कुमार ने शहर के भयावह मंजर को बयां किया है। उन्होंने कहा, 'यह कितनी भयावह स्थिति है कि लोग इमरजेंसी रूम में दम तोड़ रहे हैं।' उन्होंने बताया कि अस्पतालों के गलियारों में मरीज पड़े हैं। जबकि अस्पतालों के बाहर शवों को ले जाने के लिए फ्रीजर ट्रक खड़े हैं।


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