Coronavirus World Update : दुनिया में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा नौ करोड़ के पार, ब्रिटेन में 55 हजार नए मामले
दुनिया के कई देशों में टीकाकरण अभियान जारी है फिर भी कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस घातक वायरस की चपेट में आने वाले पीडि़तों का वैश्विक आंकड़ा नौ करोड़ के पार पहुंच गया है...
वाशिंगटन, एजेंसियां। दुनिया के कई देशों में टीकाकरण अभियान शुरू होने के बीच कोरोना महामारी का कहर बढ़ गया है। इस घातक वायरस की चपेट में आने वाले पीडि़तों का वैश्विक आंकड़ा नौ करोड़ के पार पहुंच गया है। विश्वभर में अब तक कुल 19 लाख 33 हजार से अधिक मरीजों की मौत हुई है। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के डाटा के अनुसार, दुनिया में सोमवार सुबह कोरोना पीडि़तों का आंकड़ा नौ करोड़ दो लाख 16 हजार से ज्यादा हो गया। पॉजिटिव पाए गए करीब चार करोड़ 99 लाख 53 हजार मरीज उबर गए हैं।
अमेरिका पर तगड़ी मार
यूरोप दुनिया का पहला क्षेत्र है, जहां गत हफ्ते कोरोना मरीजों की संख्या ढाई करोड़ के पार पहुंच गई। जबकि विश्व में कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित अमेरिका में सबसे अधिक संक्रमित मिले हैं। इस देश में कुल दो करोड़ 23 लाख 85 हजार से अधिक पॉजिटिव केस पाए गए हैं। यहां तीन लाख 74 हजार रोगियों की जान गई है। अमेरिका के बाद भारत और ब्राजील में सबसे अधिक मामले हैं। भारत में अब तक एक करोड़ साढ़े चार लाख पीडि़त मिले हैं। ब्राजील में 81 लाख से अधिक पॉजिटिव केस पाए गए हैं।
ब्रिटेन में पाए गए 55 हजार नए मामले
कोरोना का नया स्ट्रेन मिलने के बाद ब्रिटेन में महामारी बढ़ गई है। इस देश में बीते 24 घंटों के दौरान करीब 55 हजार नए संक्रमित पाए गए। इससे पीडि़तों की संख्या 30 लाख 81 हजार से अधिक हो गई है। इस दौरान 563 मरीजों के दम तोड़ने से मरने वालों की संख्या 81 हजार 567 हो गई है। यहां से कोरोना का नया स्ट्रेन दुनिया के कई देशों में पहुंच चुका है। वायरस का यह नया रूप ज्यादा संक्रामक बताया जा रहा है।
एक नजर इन देशों पर
चीन : राजधानी बीजिंग से सटे हेबेई प्रांत में संक्रमण बढ़ने पर रोकथाम के नियमों को सख्त कर दिया गया है। यहां सोमवार को 82 नए मामले मिले।
जापान : ब्राजील से लौटे दो लोग पॉजिटिव पाए गए। इनमें कोरोना का नया स्ट्रेन मिला है, जो ब्रिटिश और दक्षिण अफ्रीकी स्ट्रेन से अलग है।
रूस : 23 हजार नए केस मिलने से पीडि़तों की संख्या 34 लाख 25 हजार हो गई। इस बीच देश में ब्रिटिश स्टेन के पहले मामले की पुष्टि की गई।