Coronavirus in US: कार्यकारी आदेश के जरिये महामारी से प्रभावित अमेरिकियों को राहत पैकेज देंगे ट्रंप
Coronavirus in US संसद की निष्क्रियता की वजह से राष्ट्रपति ट्रंप जरूरतमंद अमेरिकियों की मदद करने के लिए कार्य करने जा रहे हैं।
बेडमिंस्टर, रायटर। Coronavirus in US, अमेरिकी संसद (कांग्रेस) के साथ वार्ता विफल होने के बाद कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित अमेरिकियों को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कार्यकारी आदेश के जरिये आर्थिक राहत प्रदान करने की योजना बना रहे हैं। व्हाइट हाउस के एक सूत्र ने बताया कि संसद की निष्कि्रयता की वजह से राष्ट्रपति ट्रंप जरूरतमंद अमेरिकियों की मदद करने के लिए कार्य करने जा रहे हैं।
मालूम हो कि करीब दो हफ्ते तक चली वार्ता के बाद भी व्हाइट हाउस के अधिकारियों और डेमोक्रेट सांसदों के बीच राहत पैकेज को लेकर कोई सहमति नहीं बन पाई। डेमोक्रेट सांसदों ने पहले ही चेता दिया है कि राष्ट्रपति की ओर से जारी कोई भी कार्यकारी आदेश कानूनी तौर पर संदिग्ध होगा और उसे अदालत में चुनौती दिए जाने की संभावना है।
दरअसल, अमेरिकी संविधान में संघीय खर्चो का अधिकार संसद को दिया गया है, लिहाजा कोरोना वायरस पर धन कैसे खर्च किया जाए इसका निर्णय राष्ट्रपति ट्रंप कार्यकारी आदेश के जरिये नहीं कर सकते। लेकिन अदालती लड़ाई में कई महीने निकल जाएंगे और तीन महीने से भी कम वक्त में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान होना है।
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया को आश्वास्त किया था कि कोरोना वायरस की वैक्सीन अन्य देशों को भी सुलभ होगी। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि कोरोना वैक्सीन तैयार होने पर वह अन्य देशों को भी आपूर्ति की जाएगी। उन्होंने कहा कि वेटिलेटर व अन्य स्वास्थ्य सामग्री की तरह यह कार्य बहुत तीव्र गति से किया जाएगा ताकि दुनिया के अन्य हिस्सों में वैक्सीन की आपूर्ति सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा कि हमारा प्रशासन इस काम में जुटा हुआ है और 2021 के शुरुआत में हम वैक्सीन तैयार कर लेंगे। गौरतलब है कि दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस की वैक्सीन का परीक्षण चर रहा है। अमेरिकी फार्मा कंपनी मॉडर्ना की वैक्सीन परीक्षण के आखिरी चरण में हैं।