रूस में कोरोना से एक दिन में 1,195 की मौत, दहशत में चीन, सीमाओं पर बढ़ाई चौकसी, अमेरिका और सिंगापुर ने उठाए सख्त कदम
रूस में हर रोज एक हजार से ज्यादा लोगों की मौत संक्रमण से हो रही है। वहीं चीन ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सीमाओं पर चौकसी सख्त करने का फैसला किया है। सिंगापुर और अमेरिका ने भी सख्त कदमों को उठाने का फैसला किया है।
वाशिंगटन, एजेंसियां। रूस और चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ा दी है। रूस में हर रोज एक हजार से ज्यादा लोगों की मौत संक्रमण से हो रही है। वहीं चीन ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सीमाओं पर चौकसी सख्त करने का फैसला किया है। सिंगापुर और अमेरिका में बाइडन सरकार ने भी सख्त कदमों को उठाने का फैसला किया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने यूरोप में कोरोना के मामलों में तेज बढ़ोतरी पर 'गंभीर चिंता' जताई है। आइए जानें दुनिया के बाकी मुल्कों का हाल...
यूरोप में कोरोना की नई लहर का खतरा
वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization, WHO) के यूरोप के क्षेत्रीय निदेशक हैंस क्लूज ने यूरोप में कोरोना के बढ़ते को 'गंभीर चिंता' की वजह बताई है। क्लूज ने संवाददाताओं से कहा कि यूरोप और मध्य एशिया के 53 देशों के क्षेत्र में कोरोना की एक और लहर आने का खतरा है। इन क्षेत्रों में लोगों के अस्पताल में भर्ती होने की दर दोगुने से ज्यादा बढ़ी है। हम महामारी के नए उभार को लेकर एक अहम मोड़ पर खड़े हैं। यूरोप फिर से महामारी के केंद्र में है। मामलों की संख्या फिर से रिकार्ड स्तर तक बढ़ने लगी है जैसा की एक साल पहले हुआ था।
चीन ने सीमाओं पर बढ़ाई चौकसी
कोरोना के मामलों में तेजी को देखते हुए चीन के राष्ट्रीय आव्रजन प्रशासन ने सीमाओं पर कोविड-19 के रोकथाम उपायों को मजबूत करने के लिए कई फैसले लिए हैं जिसमें गश्त बढ़ाना भी शामिल है। चीन के सरकारी मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स के हवाले से समाचार एजेंसी एएनआइ ने बताया है कि चीनी अधिकारियों ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के कई उपाय किए हैं। इसमें नागरिकों को जरूरी नहीं होने पर विदेश जाने से रोकना और विदेशियों के लिए प्रवेश नीतियों को सख्ती से लागू करना शामिल है।
रूस में एक दिन में 1,195 की मौत
रूस में एक दिन में कोरोना महामारी ने 1,195 लोगों की जान ली है जो दैनिक मौतों का नया रिकार्ड है। रूसी टास्क फोर्स की ओर से साझा की गई जानकारी के मुताबिक देश में गुरुवार को कोरोना संक्रमण के 40,217 नए मामले सामने आए। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए देश के कई क्षेत्रों ने पाबंदियों की मियाद बढ़ाने की घोषणा की है। जानकारों का कहना है कि रूस में टीकाकरण की दर कम रहने और संक्रमण से बचाव में लापरवाही बरतने के कारण कोविड के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। रूस में 35 फीसद से कम लोगों को कोविड रोधी वैक्सीन लगाई गई है।
बाइडन ने उठाए सख्त कदम
वहीं अमेरिका के जो बाइडन प्रशासन ने उन कंपनियों के लिए कर्मचारियों को चार जनवरी तक कोविड-19 रोधी वैक्सीन लगवाना अनिवार्य कर दिया है जिनमें 100 या उससे ज्यादा लोग काम करते हैं। नए आदेशों के मुताबिक कोविड रोधी वैक्सीन की पूरी डोज नहीं लेने वाले कर्मचारियों को हफ्ते में कम से कम एक बार कोविड-19 की जांच कराने की बाध्यता होगी। बाइडन सरकार की ओर से जारी किया गया नया नियम मध्यम और बड़ी कंपनियों के करीब 8.4 करोड़ कर्मचारियों पर लागू होगा। कर्मचारियों को कार्य स्थलों पर मास्क लगाने को भी कहा गया है।
सिंगापुर ने कर्मचारियों को दी चेतावनी
वहीं कोरोना के बढ़ते मामलों से घबराए सिंगापुर ने उन सरकारी कर्मचारियों को बिना वेतन की छुट्टी पर भेजने की चेतावनी जारी की है जो टीकाकरण से बचने की कोशिशें कर रहे हैं। सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि जिन कर्मचारियों ने कोविड-19 रोधी वैक्सीन की दोनों डोज ले ली है या जो लोग गत 270 दिनों में संक्रमण से उबरे हैं उनको अगले साल पहली जनवरी से अपने कार्यस्थल पर आने की अनुमति दी जाएगी। नए आदेशों में कहा गया है कि जो लोग कोविड रोधी वैक्सीन नहीं लगवाएंगे उन्हें बिना वेतन के छुट्टी पर भेजा जा सकता है।
दुनिया की पहली एंटीवायरल गोली के इस्तेमाल को मंजूरी
इस बीच ब्रिटेन के स्वास्थ्य नियामक ने कोरोना के इलाज में कारगर मानी जा रही दुनिया की पहली एंटीवायरल गोली के इस्तेमाल को मंजूरी प्रदान की है। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक यह गोली वायरस से सबसे ज्यादा जोखिम की श्रेणी में आने वाले लोगों के लिए बेहद लाभकारी मानी जा रही है। इस एंटीवायरल गोली का नाम लैगेवरियो (मोल्नुपिराविर) रखा गया है। इसको परीक्षणों में सुरक्षित और असरदार पाया गया है। इसके इस्तेमाल से लोगों के अस्पताल में भर्ती होने या संक्रमण से मरने का खतरा कम हो जाता है।