क्वाड की बैठक में बड़ा मुद्दा होगा कोरोना वैक्सीन, अमेरिकी सीनेट में हुई चर्चा, भारत निभा सकता है बड़ी जिम्मेदारी
अमेरिकी संसद की विदेशी मामलों की समिति के सामने विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन के बयान से भी स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं। इसके साथ ही भारतीय सांसद एमी बेरा ने भी चारों देशों की बैठक में चीन के संदर्भ में वैक्सीन डिप्लोमेसी पर ठोस निर्णय लेने की मांग की है।
वाशिंगटन, एजेंसिया। चार देशों के गठबंधन क्वाड की होने वाली बैठक में कोरोना वैक्सीन का उत्पादन और वितरण बड़ा मुद्दा होगा। गठबंधन में शामिल देश भारत, अमेरिका, जापान और आस्ट्रेलिया चीन के वैक्सीन वितरण में बढ़ते कदम को रोकने पर रणनीति बना सकते हैं। इसके केंद्र में सबसे बड़े उत्पादक भारत ही बड़ी जिम्मेदारी निभा सकता है।
अमेरिकी संसद की विदेशी मामलों की समिति के सामने विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन के बयान से भी स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं। इसके साथ ही भारतीय अमेरिकी सांसद एमी बेरा ने भी चारों देशों की बैठक में चीन के संदर्भ में वैक्सीन डिप्लोमेसी पर ठोस निर्णय लेने की मांग की है।
चीन की वैक्सीन के वितरण को रोकने पर होना चाहिए काम
विदेश मंत्री ब्लिंकन ने उम्मीद जताई है कि वैक्सीन को लेकर क्वाड की बैठक में बड़ा निर्णय हो सकता है। इससे पहले इस बारे में भारतीय-अमेरिकी सांसद एमी बेरा ने सुझाव दिया कि कोरोना वैक्सीन को लेकर हमें विश्व का नेतृत्व करना चाहिए। हमारे यहां सबसे ज्यादा असरदार माडर्ना, फाइजर और जॉनसन एंड जॉनसन जैसी वैक्सीन बन रही हैं। उन्होंने कहा कि चीन की वैक्सीन वितरण को रोकने पर काम करना चाहिए। मैं डाक्टर हूं और चीन की वैक्सीन कैसी है, अच्छी तरह से जानता हूं।
विश्व के अन्य देशों को भी उपलब्ध कराई जाएगी वैक्सीन: जो बाइडन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि अमेरिका में वैक्सीन की पर्याप्त डोज उपलब्ध होने के बाद विश्व के अन्य देशों को भी वैक्सीन उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि अमेरिकी कंपनी की वैक्सीन के उत्पादन को बढ़ाने के लिए सभी कंपनियों से बात की जा रही है।
क्वाड देश दुर्लभ धातुओं पर बना सकते हैं रणनीति
जापान के मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक क्वाड की बैठक में भविष्य के लिये ऐसी दुर्लभ धातुओं के सुरक्षित किए जाने पर रणनीति बनाई जा सकती है, जिनका इस्तेमाल इलैक्टि्रक कारों के निर्माण व अन्य उत्पादनों में किया जाता है।