कोरोना हमारे सपनों पर भी डाल रहा असर, मानसिक सेहत को भी गंभीर रूप से कर रहा है प्रभावित
ड्रीमिंग जर्नल में प्रकाशित अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन के अध्ययन के अनुसार महामारी के चलते सपनों में ज्यादा एंग्जाइटी और नकारात्मक भावनाएं समा गई हैं। इसका पुरुषों के मुकाबले महिलाओं के सपनों पर ज्यादा गहरा असर पड़ा रहा है।
वाशिंगटन, आइएएनएस। कोरोना वायरस (COVID -19) का आम जन-जीवन पर काफी गहरा असर पड़ रहा है। यह जिंदगियों पर भारी पड़ने के साथ ही सामान्य लोगों की मानसिक सेहत को भी गंभीर रूप से प्रभावित कर रहा है। लोगों में संक्रमण के खतरे और आर्थिक दशा बिगड़ने को लेकर डर का माहौल है। इसके चलते तनाव, घबराहट और एंग्जाइटी बढ़ रहा है। नतीजन नींद पूरी नहीं हो पा रही है, जिसका असर हमारे सपनों पर भी पड़ रहा है। इससे खासतौर से महिलाएं प्रभावित हैं।
ड्रीमिंग जर्नल में प्रकाशित अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन के अध्ययन के अनुसार, महामारी के चलते सपनों में ज्यादा एंग्जाइटी और नकारात्मक भावनाएं समा गई हैं। इसका पुरुषों के मुकाबले महिलाओं के सपनों पर ज्यादा गहरा असर पड़ा है। इसकी मुख्य वजह यह हो सकती है कि महिलाएं घर की जिम्मेदारी ज्यादा महसूस करती हैं।
शोधकर्ताओं ने महामारी के दौर में लोगों के सपनों के बारे में दुनिया में किए गए चार अध्ययनों के विश्लेषण के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला है। एक पूर्व शोध से यह पता चल चुका है कि आमतौर पर हमारे सपने उन चीजों को दर्शाते हैं, जो हमारे रोजमर्रा के जीवन में होता है।
नए अध्ययन में पाया गया है कि कोरोना महामारी के मामले में भी यह बात सच है। इस अध्ययन में गत मई के दौरान तीन हजार से ज्यादा वयस्कों पर सर्वे किया गया था। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के मेडिकल स्कूल की असिस्टेंट प्रोफेसर डेयरड्रे बैरेट ने कहा, 'ये सभी अध्ययन सपनों के प्रभावित होने की बात का समर्थन करते हैं।'
विश्वभर में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामले
दुनियाभर में कोरोना संक्रमितों की संख्या तीन करोड़ 27 लाख को भी पार कर गई है, वहीं मरने वालों का आंकड़ा नौ लाख से ज्यादा हो गया है। जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के मुताबिक, विश्व में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 32,746,134 हो गया है जबकि मरने वालों की संख्या 9,92,000 है। यूनिर्सिटी के सेंटर फोर सिस्टम्स साइंस एंड इंजीनियरिंग (CSSE) के ताजा आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। इसके अलावा 22,615,494 लोग ठीक भी हो चुके हैं।