अंतरिक्ष में होटल खोलने की मची होड़, जानें- प्रति व्यक्ति कितना आएगा खर्च और क्या है खासियत
कैप्सूल के आकार का यह स्पेस स्टेशन एक निजी विमान जितना बड़ा होगा। एक बार में पांच लोग ही इस स्टेशन में जा सकेंगे और करीब 12 दिन तक रह सकेंगे।
कैलिफोर्नियां, एजेंसी। अंतरिक्ष में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई कंपनियों में वहां पर होटल निर्माण की होड़ मची है। इन होटलों में आपको कमरा उपलब्ध हो सकेगा। साथ ही आप टेनिस और अन्य खेलों का मजा ले सकेंगे और यहां से आप पृथ्वी के विहंगम दृश्य को अपने हृदय में सजो सकेंगे। बस इसके लिए आपको मोटी रकम चुकानी होगी।
12 दिन तक रह सकेंगे
कैलिफोर्निया की एरोस्पेस कंपनी ऑरियन स्पैन 2024 तक अंतरिक्ष में यात्रियों को ले जाने की योजना बना रही है। इसके लिए वह ऑरोरा नामक अंतरिक्ष स्टेशन बनाने में जुटी है। कैप्सूल के आकार का यह स्पेस स्टेशन एक निजी विमान जितना बड़ा होगा। एक बार में पांच लोग ही इस स्टेशन में जा सकेंगे और करीब 12 दिन तक रह सकेंगे। इसके लिए प्रति व्यक्ति 95 लाख डॉलर (करीब 68 करोड़ रुपये) का खर्चा आएगा। स्टेशन पर आने वाले यात्री वैज्ञानिक प्रयोगों का हिस्सा बन सकेंगे। एक दिन में करीब 16 सूर्योदयों और सूर्यास्तों का आनंद ले सकेंगे और शून्य गुरुत्वाकर्षण में टेबल टेनिस खेल सकेंगे। कंपनी के संस्थापक फ्रैंक बंगर के मुताबिक, अबतक 30 लोगों ने 80 हजार डॉलर (करीब 57 लाख रुपये) जमा कराकर अपनी सीट बुक करा ली है।
400 लोग ले सकेंगे नींद
कैलिफोर्निया की ही कंपनी गेटवे फाउंडेशन भी वॉन ब्रौन नामक एक विशाल स्पेस स्टेशन बनाने को लेकर आशान्वित है, जिसमें पर्यटक, अनुसंधानकर्ता, डॉक्टर और घरेलू सहायक समेत 400 से ज्यादा लोग एक साथ नींद ले सकेंगे। सौर ऊर्जा से संचालित होने वाले इस स्पेस स्टेशन का आकार एक पहिए की तरह होगा। जब यह घूमेगा तो धरती का एक तिहाई कृत्रिम गुरुत्वाकर्षण पैदा करेगा।
नासा भी नहीं पीछे
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने जून में घोषणा की थी कि वह दो व्यक्तियों को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की सैर कराने की योजना बना रहा है। इसके लिए प्रत्येक यात्री को एक महीने तक 35 हजार डॉलर ( करीब 25 लाख रुपये ) प्रति रात्रि के हिसाब से चुकाने होंगे। पहला मिशन 2020 में शुरू हो सकता है।
ये कंपनियां भी होड़ में
बोइंग, स्पेसएक्स और ब्लू ऑरिजन जैसी कंपनियां भी ज्यादा से ज्यादा लोगों को अंतरिक्ष की सैर कराने के तरीकों पर काम कर रही हैं। इसके जरिए अंतरिक्ष व्यवसायियों के लिए नई राह खुलेगी।
कई हैं समस्याएं
ब्रिटेन के ब्रिस्टल विश्र्वविद्यालय के अंतरिक्ष अभियांत्रिकी प्रोफेसर लूसी बथरैड़ ने कहा कि अंतरिक्ष में होटलों के निर्माण में कुछ समय लग सकता है। इसकी लागत किसी के लिए भी अड़चन खड़ी कर सकती है। हालिया वर्षो में कई कंपनियां हैं, जिनमें स्पेन की गैलेक्टिक सूइट और रूस की ऑर्बिटल टेक्नोलॉजीस मेजबानी करने का अपना वादा निभाने में नाकाम रही हैं।
कानून बन सकती है बाधा
अंतरिक्ष होटल के लिए कानूनी बाधाएं भी कम नहीं हैं। अंतरिक्ष में किसी भी गतिविधि को नियंत्रित करने के लिए 1967 में आउटर स्पेस ट्रीटी हुई थी। इस संधि के तहत अंतरिक्ष के संसाधनों का कोई देश एकतरफा तरीके से दोहन नहीं कर सकता है। यह संधि अभी तक मुख्य रूप से अंतरिक्ष को हथियारों से मुक्त रखने के बारे में ही है, होटल और छुट्टियों के लिए नहीं। इस समझौते पर अमेरिका, रूस सहित 105 देशों ने दस्तखत किए हैं। यह संधि अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण इस्तेमाल की आज्ञा देती है।
डेनिस टीटो ने खोली थी राह
अमेरिकी कारोबारी डेनिस टीटो पहले अंतरिक्ष पर्यटक थे, जिन्होंने 2001 में रूसी सोयूज रॉकेट के जरिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक का सफर तय किया था। एक रिपोर्ट के मुताबिक इसके लिए उन्होंने दो करोड़ डॉलर ( करीब एक अरब 43 करोड़ रुपये) चुकाए थे।