अमेरिका में नए हॉट स्पॉट बन सकते हैं कॉलेज कैंपस, कोरोना के सुपरस्प्रेडर बनने का खतरा
अमेरिका में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी जारी है। एक अध्ययन के मुताबिक संक्रमण के फैलने में कॉलेज कैंपस एक बड़े खतरे के तौर पर सामने आए हैं। कॉलेज कैंपसों को आस पास के क्षेत्र के लिए सुपरस्प्रेडर बनने का खतरा है।
न्यूयॉर्क, एजेंसियां। अमेरिका में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी जारी है। एक अध्ययन के मुताबिक, संक्रमण के फैलने में कॉलेज कैंपस एक बड़े खतरे के तौर पर सामने आए हैं। वैज्ञानिकों ने अपने अध्ययन में पाया है कि कॉलेज कैंपसों को आस पास के क्षेत्र के लिए कोरोना के सुपरस्प्रेडर बनने का खतरा है। कोरोना संक्रमण के लिहाज से किए गए अवलोकन में 30 कैंपसों में सर्वाधिक मामले पाए गए। इनमें भी आधे से अधिक में कोरोना संक्रमण अपने चरम पर था।
नए हॉट स्पॉट बन सकते हैं कैंपस
समाचार एजेंसी आइएएनएस के मुताबिक, अवलोकन में पाया गया कि कक्षाओं के शुरू होने के पहले दो हफ्तों में ही इन कैंपसों में संक्रमण की दर प्रति एक लाख लोगों में एक हजार केस थी। अमेरिका में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ता एलेन कुहल (Ellen Kuhl) ने कहा कि अध्ययन के नतीजे बताते हैं कि कॉलेज कैंपस कोरोना संक्रमण के प्रसार के लिहाज से नए हॉट स्पॉट बन सकते हैं। यह अध्ययन बायोमैकेनिक्स एंड बायोमेडिकल इंजीनियरिंग में कंप्यूटर मेथड्स में प्रकाशित हुआ है।
अमेरिका में एक दिन में 43 सौ मौतें
भले ही अमेरिका में वैक्सीन लगाए जाने का काम शुरू हो गया है लेकिन कोरोना संक्रमण से होने वाली मौतों का सिलसिला जारी है। अमेरिका में संक्रमण से एक दिन में 43 सौ से ज्यादा लोगों की संक्रमण से मौत हो गई है। अमेरिका में अब तक तीन लाख अस्सी हजार से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमण के कारण मारे गए हैं। वहीं अमेरिका ने नए निर्देश जारी करते हुए सभी हवाई यात्रियों के लिए कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट जरूरी कर दी है। रिपोर्ट तीन दिन से पुरानी नहीं होनी चाहिए। यह निर्देश 26 जनवरी से अमल में आ जाएंगे।
ब्रिटेन में 1564 लोगों की मौत
ब्रिटेन में भी कोरोना का कहर जारी है। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार को कोरोना संक्रमण से ग्रस्त 1564 रोगियों की मौत हो गई। इसके साथ ही इस महामारी से देश में अबतक 84,767 लोगों की जान जा चुकी है। बताया जाता है कि इन लोगों की मौत संक्रमित होने के 28 दिनों के अंदर हुई है जो पिछले साल महामारी के पैर पसारने के बाद सबसे बुरा आंकड़ा है। ब्रिटेन में कोरोना संक्रमण के 47,525 नए मामले सामने आए हैं। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा है कि अस्पतालों में आइसीयू पर अत्याधिक दबाव का खतरा बरकरार है।