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चीनी हैकर्स ने लगाई अमेरिका व कनाडा के विश्वविद्यालयों में सेंध

साइबर हमला करने वाले चीनी गुट एपीटी40 पर अध्ययन करने वाली साइबर सिक्योरिटी फर्म फायर आई की रिपोर्ट में सामने आया है कि कैसे शिक्षण संस्थानों में सेंध लगाकर चीन महत्वपूर्ण डाटा जुटाता है।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Published: Wed, 06 Mar 2019 04:54 PM (IST)Updated: Wed, 06 Mar 2019 05:22 PM (IST)
चीनी हैकर्स ने लगाई अमेरिका व कनाडा के विश्वविद्यालयों में सेंध
चीनी हैकर्स ने लगाई अमेरिका व कनाडा के विश्वविद्यालयों में सेंध

वाशिंगटन, आइएएनएस। चीन के हैकर्स ने अमेरिका और कनाडा के 27 विश्वविद्यालयों में सेंध लगाई है। हैकर्स ने कुछ महत्वपूर्ण समुद्री सैन्य शोध के डाटा चुराने के लिए हैकिंग की। वाल स्ट्रीट जर्नल ने साइबर सिक्योरिटी फर्म आइडिफेंस के हवाले से बताया कि हैकर्स का शिकार हुए संस्थानों में यूनिवर्सिटी ऑफ हवाई, यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन, पेन स्टेट एंड ड्यूक यूनिवर्सिटी एवं मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी भी शामिल हैं।

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रिपोर्ट में बताया गया कि हैकर्स ने कनाडा और दक्षिणपूर्व एशिया के कुछ विश्वविद्यालयों को भी निशाना बनाया। जिन संस्थानों को निशाना बनाया गया उन सभी में अंडरवाटर टेक्नोलॉजी पर अध्ययन कराया जाता है या इससे संबंधित विभाग कार्यरत है। रिपोर्ट के मुताबिक, हैकर्स ने सभी विश्वविद्यालयों को एक फिशिंग ईमेल भेजा। ईमेल को इस तरह से तैयार किया गया था कि वह किसी सहयोगी विश्वविद्यालय से आया हुआ ईमेल प्रतीत हो। ईमेल खोलते ही वायरस ने उनके सर्वर पर हमला कर दिया।

साइबर हमला करने वाले चीनी गुट 'एपीटी40' पर अध्ययन करने वाली साइबर सिक्योरिटी फर्म फायर आई की रिपोर्ट में सामने आया है कि कैसे शिक्षण संस्थानों में सेंध लगाकर चीन महत्वपूर्ण डाटा जुटाता है। हैकिंग का यह मामला ऐसे समय में सामने आया है कि जबकि चीन की दिग्गज टेलीकॉम उपकरण निर्माता कंपनी हुआवे पर अमेरिका लगातार डाटा चोरी और जासूसी का आरोप लगा रहा है। अमेरिका के ही अनुरोध पर हुआवे की सीएफओ मेंग वानझोऊ को कनाडा में गिरफ्तार किया गया है और वहां से मेंग के प्रत्यर्पण के लिए कानूनी प्रक्रिया शुरू की जा रही है।


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