मीडिया के दमन में सबसे आगे है चीन, कोरोना काल में रिकॉर्ड संख्या में पत्रकारों को भेजा जेल
अमेरिका की एक निगरानी संस्था ने इस बात का खुलासा किया है कि चीन में इस साल सबसे ज्यादा मीडिया का दमन किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक इस साल चीन में कोरोना काल में रिकॉर्ड संख्या में पत्रकारों को जेल भेजा गया।
न्यूयॉर्क, एपी। पत्रकारों की सुरक्षा के लिए काम करने वाली एक समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पत्रकारों को सजा देने के मामले में चीन सबसे आगे है। विश्व में अपने काम के मामले में इस माह के शुरूआत में 274 पत्रकार जेल में बंद थे। इस साल 29 पत्रकारों की हत्या कर दी गई। पत्रकार सुरक्षा समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि तीन दर्जन ऐसे पत्रकार जेल गए, जिन पर फेक न्यूज का आरोप है। 250 पत्रकार ऐसे थे, जो पांच साल से अधिक जेल में रहे। चीन में पत्रकारों से खिलाफ सबसे ज्यादा कार्रवाई की गई हैं। उसके बाद टर्की और मिश्र हैं। बेलारूस और इथोपिया में असंतोष होने के दौरान कई पत्रकारों की गिरफ्तारी हुई।
पिछले साल 26 के मुकाबले इस बार 29 पत्रकारों की हत्या की गई। 2012 में सबसे ज्यादा 74 पत्रकार मारे गए थे। अमेरिका में इस साल किसी भी पत्रकार की हत्या नहीं हुई, लेकिन 110 पत्रकार जेल भेजे गए। अश्वेत जॉर्ज फ्लायड की मौत के बाद हुए आंदोलन में तीन सौ पत्रकार घायल हुए। चीन में इस साल 47 पत्रकार जेल भेजे गए। इनमें तीन पत्रकार कोरोना की खबर देने के कारण कैद में हैं।
2020 में दुनिया में 274 पत्रकारों को भेजा गया जेल
कमिटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स (Committee to Protect Journalists) की रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में दुनियाभर में कुल 274 पत्रकारों को जेल भेजा गया। संस्थान के आंकड़ों के मुताबिक, एक साल में पत्रकारों को जेल भेजने का यह रिकॉर्ड आंकड़ा है। सर्वे के मुताबिक, इस साल 26 पत्रकारों की मौत भी हुई है। बता दें कि इस सर्वे से कुछ दिन पहले आई CPJ की रिपोर्ट आई थी। उस रिपोर्ट में बताया गया कि 2019 में दुनिया में कम से कम 250 पत्रकारों को कैद किया गया। तब चीन ने सबसे अधिक 45 पत्रकारों को जेल भेजा था।