COVID-19 के दौरान चीन हो गया 'अधिक आक्रामक', LAC पर की सैनिकों की तैनाती: अमेरिकी रक्षा सचिव
चीन ऐसे काम कर रहा है जो अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के विरुद्ध है। अमेरिका ने कहा।
वॉशिंगटन, पीटीआइ। सीओवीआईडी -19 महामारी के दौरान दुनिया ने चीन को और अधिक आक्रामक होते देखा है, अमेरिकी रक्षा सचिव मार्क एस्पर ने कहा है कि देश ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के साथ सैनिकों को तैनात किया है और अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के विरुद्ध काम कर रहा है।
एस्पर ने कहा कि बीजिंग कोरोना वायरस त्रासदी का उपयोग करके प्रोपेगेंडा को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने बुधवार को कहा, COVID के रूप में पिछले सात महीनों में जो कुछ हुआ है, उसके संबंध में हमने देखा कि चीन अधिक आक्रामक हो गया है, वह COVID-19 महामारी का उपयोग करने की कोशिश कर रहा है, ताकि उसे अफने उद्देश्यों को लेकर लाभ मिल सके। चीन ने वास्तव में अपने प्रोपेगेंडा को बढ़ाया है, हमने देखा है कि वे कैसे दक्षिण चीन सागर में अपनी हलचल बढ़ा चुका है।
बीजिंग लगभग 1.3 मिलियन वर्ग मील दक्षिण चीन सागर के अपने संप्रभु क्षेत्र के रूप में दावा करता है। चीन ब्रुनेई, मलेशिया, फिलीपींस, ताइवान और वियतनाम द्वारा दावा किए गए क्षेत्र में कृत्रिम द्वीपों पर सैन्य ठिकानों का निर्माण कर रहा है। बीजिंग ने वियतनाम और फिलीपींस जैसे देशों द्वारा मछली पकड़ने या खनिज उत्खनन जैसी व्यावसायिक गतिविधि पर रोक लगाते हुए दावा किया है कि क्षेत्र का स्वामित्व सैकड़ों वर्षों से चीन का था।
ऐस्पन सिक्योरिटी फोरम चर्चा के दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए, एस्पर ने कहा कि चीनी ने कुछ महीने पहले एक वियतनामी मछली पकड़ने वाले जहाज को डूबो दिया था। उन्होंने कहा कि वे दूसरों के घेरे में घूमता रहता है। उन्होंने भारत में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास सैनिकों को तैनात किया है। वह ऐसे काम कर रहा है जो अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के विरुद्ध है। बता दें कि एस्पर ने पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच सीमा-विवाद के बीच यह बयान दिया।
15 जून को पूर्वी लद्दाख की गलवन घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़पों के दौरान बीस भारतीय सेना के जवान शहीद हुए थे। चीनी पक्ष को भी झड़पों में हताहत होना पड़ा था, लेकिन अभी तक इसका विवरण नहीं दिया गया है। अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट के अनुसार, चीनी पक्ष के हताहतों की संख्या 35 थी। वहीं, आपको बता दें कि सबसे पहले चीन से ही कोरोना वायरस निकला था। इसके बाद यह महामारी बनके उभरी और कई लाख लोगों की जान ले ली।