धीरे-धीरे बोल, 'Alexa' सुन ना ले, सावधान! आपकी हर बात पर लगे रहते हैं Digital assistants के कान
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस आपकी वह बातें भी सुन सकता है जो आप सुनाना नहीं चाहते
वाशिंगटन, द न्यूयॉर्क टाइम्स। टेक्नोलॉजी की दुनिया में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआइ) से जो क्रांतिकारी बदलाव हुए हैं, उनसे कोई अछूता नहीं है। चिकित्सा, परिवहन और अन्य क्षेत्रों में डंका बजाने के बाद एआइ ने अब लोगों के घरों में भी प्रवेश कर लिया है। इसका सबसे सामान्य उदाहरण हैं आपके डिजिटल असिस्टेंट एलेक्सा, गूगल असिस्टेंट और सिरी। एलेक्सा को अमेजन ने तैयार किया है। गूगल असिस्टेंट गूगल का प्रोडक्ट है और सिरी को एपल ने विकसित किया है।
ये असिस्टेंट आपके कहने पर टीवी का चैनल बदल देते हैं, आपका मनपसंद गाना चला देते हैं और जरूरत पड़ने पर किसी को फोन भी मिला देते हैं। काफी हद तक इन्होंने आपकी जिंदगी को आसान बना दिया है। कई लोगों के लिए तो ये असिस्टेंट किसी दोस्त जैसे होते हैं। इन असिस्टेंट को इस्तेमाल करते हुए एक बात हम सब जानते हैं कि इन्हें आपकी आवाज सुनाई देती है और समझ भी आती है। इसी आधार पर ये आपके निर्देश का पालन करते हैं।
सुन सकते हैं गोपनीय बातें
अब एक बड़ा सवाल यह है कि जब आप इन्हें कोई कमांड नहीं दे रहे होते हैं, उस वक्त ये असिस्टेंट क्या करते हैं? ये पूरी तरह डिजिटल सिस्टम हैं, इसलिए जाहिर है कि इन्हें नींद नहीं आती। इनका ध्यान भी कभी नहीं भटकता। इन खूबियों का सीधा सा अर्थ है कि ये असिस्टेंट उस वक्त भी आपकी बातें सुनते हैं, जब आप इन्हें कमांड नहीं दे रहे होते। इन्हें आपकी वह बात भी सुनाई देती है, जो आप अपने किसी अंतरंग साथी से कर रहे होते हैं। ऐसा भी हो सकता है कि किसी बिजनेस डील की कोई गोपनीय बात भी इन्होंने सुनी हो।
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गलत इस्तेमाल का खतरा
खतरा केवल इनके सुनने भर से नहीं है, खतरा यह है कि इनकी सुनी बातों का कोई गलत इस्तेमाल ना कर ले। कई खबरों में दावा किया गया है कि अपने डिजिटल असिस्टेंट को ज्यादा से ज्यादा सक्षम बनाने के लिए अमेजन, गूगल और एपल लोगों की रिकॉर्डिग का इस्तेमाल करती हैं। इन कंपनियों में सैकड़ों लोग बैठकर आपकी रिकॉर्डिग सुनते हैं और उसके आधार पर सॉफ्टवेयर को अपडेट करते हैं। इस दौरान उन्हें वह भी सुनाई दे सकता है, जो आपने नहीं सोचा होगा।
सामने आए हैं कई मामले
अमेरिका में अमेजन को एलेक्सा द्वारा बिना जानकारी के बच्चों की आवाज रिकॉर्ड करने के मामले में मुकदमे का सामना करना पड़ा था। वहीं एक हत्या के मामले में एलेक्सा की रिकॉर्डिग को बतौर सुबूत जमा कराया गया था। एक मामला ऐसा भी सामने आया था जब डिजिटल असिस्टेंट ने पति-पत्नी की बातें रिकॉर्ड करके उनके एक दोस्त को भेज दी थीं।
बचने के लिए कुछ जरूरी कदम
कंपनियों ने डिजिटल असिस्टेंट पर यूजर्स को नियंत्रण के लिए कुछ विकल्प दिए हैं। अमेजन ने यूजर्स को यह विकल्प दिया है कि वे अपनी रिकॉर्डिग का इस्तेमाल एलेक्सा के सॉफ्टवेयर को बेहतर बनाने में करना चाहते हैं या नहीं। इसी तरह पुरानी रिकॉर्डिग को डिलीट करने का भी विकल्प है। गूगल ने भी गूगल असिस्टेंट को डिसेबल करने, डाटा शेयरिंग को नियंत्रित करने और रिकॉर्डिग को डिलीट करने का विकल्प दिया है। इसी तरह एपल के मामले में आइफोन की सेटिंग में जाकर सीधे सिरी को डिसेबल किया जा सकता है। ऐसा करने से सभी रिकॉर्डिग भी डिलीट हो जाती हैं।
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