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अमेरिकी विदेश मंत्री का तालिबान को साफ संदेश, कहा- ‘मौजूदा उल्लंघनों के साथ आतंकी संगठन की कोई मांग मंजूर नहीं’

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अपने एक बयान में यह साफ कर दिया है कि जबतक तालिबान अपनी हरकतों से बाज नहीं आता उसकी कोई मांग स्वीकार नहीं की जाएगी। तालिबान लागातार अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के समक्ष खुद को संगठन के तौर पर मान्यता देने की मांग करता रहा है।

By Amit KumarEdited By: Published: Wed, 04 Aug 2021 09:03 PM (IST)Updated: Wed, 04 Aug 2021 09:03 PM (IST)
अमेरिकी विदेश मंत्री का तालिबान को साफ संदेश, कहा- ‘मौजूदा उल्लंघनों के साथ आतंकी संगठन की कोई मांग मंजूर नहीं’
Blinken says Taliban won't be recognised until they stop ongoing atrocities

वाशिंगटन, एजेंसियां: तालिबान लागातार अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के समक्ष खुद को संगठन के तौर पर मान्यता देने की मांग करता रहा है। इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अपने एक बयान में यह साफ कर दिया है कि, जबतक तालिबान अपनी हरकतों से बाज नहीं आता उसकी कोई मांग स्वीकार नहीं की जाएगी।

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तालिबान की मांगों से इनकार

ब्लिंकन ने दो दशकों तक चले युद्ध के दौरान अमेरिका का साथ देने वाले अफगानों के पुनर्वास कार्यक्रमों की घोषणा के दौरान अपने एक बयान में कहा कि, तालिबान अपने प्रमुख नेताओं के नाम ब्लैक लिस्ट से बाहर करने की मांग करता रहा है। ताकी वो दुनिया भर के अन्य देशों का दौरा कर सकें, लेकिन ब्लिंकन का मानना है कि, तालिबान द्वारा मौजूदा उल्लंघन के स्तर के साथ उनकी किसी भी मांग को नहीं माना जाना चाहिए और उनके संगठन को मान्यता भी नहीं दी जाएगी।

तालिबान का भीषण कत्लेआम

अफगानिस्तान के स्वतंत्र मानवाधिकार आयोग द्वारा कंधार के स्पिन बोल्डक जिले में तालिबान द्वारा कत्लेआम पर अपनी जांच का हवाला देने के बाद, अमेरिका ने अब तालिबान द्वारा किए गए अपराधों पर चिंता व्यक्त की है। खामा प्रेस के मुताबिक, जांच में सामने आया है कि तालिबान ने अब तक अफगान सरकार के 40 से ज्यादा पूर्व और कार्यरत अधिकारियों की हत्या को अंजाम दिया है।

सख्त प्रतिक्रिया देने का आग्रह

मंगलवार को अफगानिस्तान के विदेश मंत्री हनीफ अतमार ने एक बैठक के दौरान अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह करते हुए कहा कि, आगामी दोहा बैठकों में तालिबान को गंभीर प्रतिक्रिया देनी की जरूरत है। इस बैठक में संयुक्त राष्ट्र, उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन और यूरोपीय संघ समेत क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय देशों के राजदूतों और प्रतिनिधी मौजूद थे।

अफगान में भीषण हिंसा जारी

गौरतलब है कि, अफगानिस्तान के कई शहरों में सेना और तालिबान के बीच भारी झड़पें हो रही हैं। दक्षिणी हेलमंद प्रांत के शहर लश्कर गाह अफगानी सेना और तालिबान के बीच भारी संघर्ष देखा गया। इस दौरान अमेरिका ने उस इलाके में हवाई हमले भी किए, जिसमें आतंकियों के मारे जाने की खबर सामने आई थी। पिछले कुछ हफ्तों में, तालिबान ने देश के पूर्वोत्तर प्रांत तखर सहित अफगानिस्तान के कई जिलों पर नियंत्रण हासिल कर लिया है।


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