US Elections 2020: भारतीय अमेरिकी मतदाताओं के बीच ट्रंप पर भारी पड़ रहे बिडेन: सर्वे
एक सर्वे के अनुसार भारतीय अमेरिकी समुदाय के बीच डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बिडेन ने अपनी जगह बना ली है।
सैन फ्रांसिस्को, एएनआइ। 2020 राष्ट्रपति चुनाव ( 2020 presidential election) के लिए भारतीय अमेरिकी समुदाय में 66 फीसद लोग डेमोक्रटिक राष्ट्रपति उम्मीदवार जो बिडेन (Joe Biden) के पक्ष में हैं वहीं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को केवल 28 फीसद लोग ही अपना नेता बनाना चाहते हैं। मंगलवार को रिलीज हुए एक सर्वे में यह आंकड़ा सामने आया है। वैश्विक भारतीय समुदाय के नेताओं के नॉन प्रॉफिटआर्गेनाइजेशन इंडियास्पोरा (Indiaspora) और एशियन अमेरिकन पैसिफिक आइलैंडर्स ( Asian American Pacific Islanders , AAPI) ने मंगलवार को भारतीय अमेरिकी मतदाताओं के व्यवाहर पर संयुक्त रिपोर्ट जारी की जो राष्ट्रपति चुनाव पर आधारित थी।
66 फीसद भारतीय अमेरिकी अभी डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बिडेन के पक्ष में हैं और 28 फीसद राष्ट्रपति ट्रंप के पक्ष में हैं और 6 फीसद हिस्सा अभी न तो बिडेन के पक्ष में दिख रही है और न ही ट्रंप के। 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में सेक्रेटरी हिलेरी क्लिंटन को 77 फीसद वोट मिले और राष्ट्रपति ट्रंप के लिए 16 फीसद वोट मिले।
एक ओर जहां बिडेन का समर्थन 2016 में क्लिंटन की तुलना में घटा है वहीं दूसरी ओर रिपब्लिकन पार्टी का समर्थन इन चार साल में 19 फीसद से घट कर 16 फीसद हो गया है। इंडियाजपोरा के संस्थापक एम आर रंगास्वामी ने कहा कि दोनों बड़ी पार्टियों ने यह महसूस किया है कि भारतीय-अमेरिकी समुदाय इस चुनाव में कितना अहम स्थान रखती है और इन्हें आकर्षित करना जरूरी है।' अमेरिका में समुदाय के 18 लाख लोग इस बार वोट देंगे।
सर्वे के अनुसार, दोबारा राष्ट्रपति बनने के लिए चुनाव लड़ रहे 74 वर्षीय ट्रंप भारतीय-अमेरिकी समुदाय के वोट बैंक में अपने लिए समर्थन जुटाने की कवायद कर रहे हैं, जबकि तथ्य यह है कि 77 वर्षीय बिडेन का समुदाय के साथ एक मजबूत संबंध है और पिछले कुछ वर्षों में द्विपक्षीय संबंधों में उन्होंने एक अहम भूमिका निभाई है। उल्लेखनीय है कि 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में 77 फीसद ने अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन को वोट दिया था और 16 फीसद ने ट्रंप को वोट दिया था।
वहीं, 2012 में 84 फीसद भारतीय-अमेरिकी ने बराक ओबामा को वोट दिया था। यूनिवर्सिटी ऑफ केलीफोर्निया, रिवरसाइड के लोक नीति एवं राजनीति विज्ञान के प्राध्यापक और एएपीआई डेटा के संस्थापक डॉ कार्तिक रामकृष्णन ने कहा कि ट्रंप को भारतीय-अमेरिकी समुदाय का समर्थन शायद 30 फीसद तक पहुंच जाएगा, बशर्ते कि अब तक निर्णय नहीं लेने वाले लोग भी समर्थन में आ जाएं। रामकृष्णन अध्ययन के लेखक भी हैं। भारतीय-अमेरिकी कांग्रेस (अमेरिकी संसद) सदस्य राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि डेमोक्रेट को निश्चित तौर पर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे भरतीय-अमेरिकी तक पर्याप्त रूप से पहुंचे।