US Election 2020: अमेरिकी चुनाव का केंद्र बने Indian, ट्रंप के बाद भारतीयों को रिझाने में जुटे डेमोक्रेट्स
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में भारतीयों पर सबकी नजर है। अब डेमोक्रेटिक पार्टी ने भी भारत से प्रगाढ़ संबंधों की बात कही है। कमला हैरिस की उप सचिव ने कहा है कि पार्टी दोनों देशों के बीच मुधर संबंधों के लिए एक खास योजना तैयार कर रही है।
वाशिंगटन, एजेंसी। डेमोक्रेटिक पार्टी की उप राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस की उप सचिव सबरीना सिंह ने कहा कि यदि राष्ट्रपति चुनाव में जो बिडेन विजयी होते हैं तो भारत और अमेरिका के संबंध और मधुर होंगे। उन्होंने कहा कि डेमोक्रेटिक पार्टी दोनों देशों के बीच संबंधों को और प्रगाढ़ करने के लिए एक विशिष्ठ योजना बना रही है। बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में भारतीय अमेरिकियों को रिझाने के लिए इन दिनों डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन पार्टी के बीच होड़ मची हुई है। रिपब्लिकन पार्टी के प्रत्याशी व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सार्वजनिक मंच पर कई बार भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपने प्रगाढ़ संबंधों का हवाला दे चुके हैं। उनकी इस तारीफ को राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर देखा जा रहा है। अब भारतीयों को साधने के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी ने भी मोर्चा खोल दिया है।
भारतीय समुदाय के लिए बिडेन के पास एक एक खास तरह की योजना
एएनआई के साथ एक विशेष साक्षात्कार में सचिव ने कहा भारतीय अमेरिकी समुदाय के लिए बिडेन के पास एक खास तरह की योजना है। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भारतीय समुदाय के छात्रों के लिए एक विशेष पैकेज है। इसका लक्ष्य छात्रों की पढ़ाई के लिए सस्ते दर पर ऋण मुहैया कराना है। इसके साथ ही भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए नौकरियों में वापस लाने की योजना है। इस सवाल पर वह कन्नी काट गईं कि क्या राष्ट्रपति चुनाव में भारतीय अमेरिकी समुदाय को लुभाने के लिए मोदी फैक्टर में भी कोई भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि हमारे पास वास्तव में निवेश की योजना है। लोगों को नौकरियों में वापस लाने और अमेरिकी अर्थव्यवस्था को शीर्ष पर पहुंचाने की योजना है।
भारतीय-अमेरिकी समुदाय तक पहुंच बनाने में ट्रंप की पहल
अपने राष्ट्रपति पद के साढ़े तीन से ज्यादा वर्षों के दौरान ट्रंप ने भारतीय-अमेरिकी समुदाय तक पहुंच बनाने की तमाम कोशिशें की हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनके करीबी रिश्ते, दोनों नेताओं द्वारा संयुक्त रूप से ह्यूस्टन और अहमदाबाद में संबोधित की हुई रैलियों में साफ झलक। इसी ने भारतीय-अमेरिकियों के बीच गहरी पकड़ बनाने में उनकी मदद की। ट्रंप विक्ट्री इंडियन-अमेरिकन फाइनेंस कमेटी के सह-अध्यक्ष अल मेसन द्वारा किए गए सर्वे के नतीजों के अनुसार, मिशिगन, फ्लोरिडा, टेक्सास, पेंसिल्वेनिया और वर्जीनिया में 50 प्रतिशत से अधिक भारतीय-अमेरिकी ट्रंप का समर्थन कर रहे हैं।