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ट्रंप प्रशासन पर ओबामा का हमला, शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के इस्तेमाल को बताया गलत

शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर आंसू गैस के इस्तेमाल समेत कई अन्य मुद्दों को उठाते हुए ओबामा ने ट्रंप प्रशासन की निंदा की है।

By Monika MinalEdited By: Published: Fri, 31 Jul 2020 08:17 AM (IST)Updated: Fri, 31 Jul 2020 08:17 AM (IST)
ट्रंप प्रशासन पर ओबामा का हमला, शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के इस्तेमाल को बताया गलत

वाशिंगटन, एएनआइ। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने स्थानीय समयानुसार गुरुवार को ट्रंप प्रशासन की निंदा की। दरअसल, शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे लोगों पर आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया था। अटलांटा में दिवंगत सांसद जॉन लेविस के फ्यूनरल मउन्होंने कहा, 'जो सत्ता में हैं वे लोगों को हतोत्साहित करने का प्रयास कर रहे हैं। इस क्रम में लोगों को मतदान से रोकने का प्रयास किया जा रहा है, अल्पसंख्यकों पर हमला हो रहा है, छात्रों के साथ भी नए कानून लाए जा रहे और तो और हमारे मताधिकार पर हमला हो रहा है।'

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साथ ही ओबामा ने ट्रंप प्रशासन पर पोस्टल वोटिंग की व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को वोटिंग के उनके लोकतांत्रिक अधिकार से वंचित रखा जाए। ओबामा का ये बयान ऐसे वक्त में आया है, जब गुरुवार को ही राष्ट्रपति ट्रंप ने कोरोना महामारी का हवाला देते हुए इस साल होने वाले राष्ट्रपति चुनावों में देरी का सुझाव दिया था। ओबामा ने कहा, 'आज हमने अपनी आंखों से देखा, अश्वेत अमेरिकियों पर पुलिस किस तरह अत्याचार कर रहे हैं और उनके गर्दन पर दबाव बनाकर पुलिस ऑफिसर किस तरह मृत्युदंड देते हैं। अटलांटा के मेयर जॉर्ज वैलेस का जिक्र करते हुए पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, 'जॉर्ज वैलेस भले ही चले गए लेकिन हमने प्रत्यक्ष देखा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान किस तरह सरकार ने आंसू गैस छोड़ा और डंडे बरसाए।'

3 दशक तक अमेरिकी संसद के सदस्य रह चुके जॉर्ज लुइस का 17 जुलाई का 80 साल की आयु में देहांत हो गया। उन्हें अश्वेत नागरिकों के लिए बड़ी शख्सियत माना जाता है। उन्होंने 1960 के दशक में महान अमेरिकी आंदोलनकारी मार्टिन लूथर किंग जूनियर की अगुवाई में नस्लवाद के खिलाफ अफ्रीकी-अमेरिकी अश्वेत नागरिकों द्वारा देशभर में हुए जन अधिकार आंदोलन में भाग लिया था। इस दौरान 1965 में अलाबामा के सेल्मा में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर कठोर कार्रवाई की थी और उनकी लाठी-डंडों से उन्हें पीटा था। उस दौरान युवा जॉन लुइस भी इनमें मौजूद थे। इसी आंदोलन के दौरान पुलिस के अत्याचार की तुलना ओबामा ने हाल ही में देश में हुए अश्वेत आंदोलन से की है।


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