अमेरिका में हो रहे प्रदर्शन पर बोले ट्रंप- 'नायकों' को बदनाम करना चाहते हैं प्रदर्शनकारी
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि नस्लीय अन्याय और पुलिस क्रूरता के खिलाफ प्रदर्शनों के बीच प्रदर्शनकारियों ने हमारे इतिहास को मिटाने के लिए एक निर्दयी अभियान छेड़ दिया है।
माउंट रशमोर, एपी। माउंट रशमोर में बड़े पैमाने पर नकाबपोश भीड़ से बात करते हुए, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि नस्लीय अन्याय और पुलिस क्रूरता के खिलाफ प्रदर्शनों के बीच प्रदर्शनकारियों ने "हमारे इतिहास को मिटाने के लिए एक निर्दयी अभियान छेड़ दिया है। मिनियापोलिस में पुलिस द्वारा जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के बाद से पूरे देशभर में विरोध प्रदर्शनों शुरु हो गए थे। उन्होंने कहा कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने कॉन्फेडरेट स्मारकों और प्रतिमाओं को भी नष्ट या क्षतिग्रस्त कर दिया है।
ट्रंप ने आगे कहा कि यह आंदोलन माउंट रशमोर पर हर व्यक्ति की विरासत पर खुले तौर पर हमला कर रहा है। ट्रंप ने कहा कि कुछ पर छोड़ दिया गया है हमारे नायकों को बदनाम करना, हमारे मूल्यों को मिटाना और हमारे बच्चों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करने के लिए।
एक तरफ जहां देश में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। वहीं दूसरी तरफ लोग सड़कों पर आकर प्रदर्शन कर रहे हैं। दरअसल, एक अश्वेत की हत्या के बाद अमेरिका में उबाल आ गया है।
हालात ये हो गए कि डोनॉल्ड ट्रंप को सौ फीट नीचे तहख़ाने के बंकर में जाना पड़ा, सेना को तैनात करने की चेतावनी देनी पड़ी, पुलिस को माफ़ी मांंगनी पड़ी और ख़ुद ट्रंंप की एक बेटी प्रदर्शनकारियों के साथ मैदान में उतर आईं।
गौरतलब है कि अमेरिका में पुलिस हिरासत में अश्वेत जार्ज फ्लॉयड की मौत को लेकर लोगों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। राजधानी वाशिंगटन में व्हाइट हाउस के नजदीक हजारों प्रदर्शनकारी जमा हुए और मोबाइल फोन की लाइट जलाने के साथ-साथ पुलिस विरोधी नारे भी लगाए। इसके अलावा देश के कई अन्य शहरों में भी विरोध प्रदर्शन देखने को मिला हालात ऐसे हो गए कि हिंसा के चलते कई बड़े शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया था, लेकिन जैसै ही कर्फ्यू हटा उसके तुरंत बाद कुछ जगहों पर फिर अशांति देखने को मिल रही है।