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बलि के शिकार 227 बच्चों के अवशेष मिलने से सनसनी, पुरातत्वविद् भी विचलित

हुआंचाको लीमा के उत्तर में स्थित एक पर्यटक शहर है। हुआंचाको वह स्थान है जहां चिमू संस्कृति के दौर में बलि दी जाती थी।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Wed, 28 Aug 2019 06:13 PM (IST)Updated: Wed, 28 Aug 2019 06:13 PM (IST)
बलि के शिकार 227 बच्चों के अवशेष मिलने से सनसनी, पुरातत्वविद् भी विचलित
बलि के शिकार 227 बच्चों के अवशेष मिलने से सनसनी, पुरातत्वविद् भी विचलित

लीमा, एएफपी। दक्षिणी अमेरिकी देश पेरु की राजधानी लीमा में बड़ी संख्या में बलि के शिकार बच्चों के अवशेष मिले हैं। इसे बच्चों की बलि की अवशेष मिलने का सबसे बड़ा स्थल माना जा रहा है। यह अवशेष हुआंचाको शहर में मिले हैं। हुआंचाको लीमा के उत्तर में स्थित एक पर्यटक शहर है। हुआंचाको वह स्थान है, जहां चिमू संस्कृति के दौर में बलि दी जाती थी।

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मुख्य पुरातत्वविद् फेरन कैस्टिलो ने एएफपी को बताया कि इस जगह से उन बच्चों के सबसे अधिक संख्या में अवशेष मिले हैं, जिनकी बलि दी गई थी। कैस्टिलो ने बताया कि चिमू संस्कृति में भगवान को प्रसन्न करने के लिए किए जाने वाले अनुष्ठान के तहत इन बच्चों की बलि दी गई थी। लीमा में 227 बच्चों के अवशेष मिले हैं।  इन बच्चों की उम्र 4 से 14 वर्ष के बीच बताई जा रही है।

उन्होंने कहा कि अल नीनो के बाद बच्चों की बलि दी गई थी और ऐसे संकेत मिल हैं कि बारिश के मौसम में उनकी हत्या की गई थी। ‘अल-नीनो’ के प्रभाव से प्रशांत महासागर में समुद्र की सतह गर्म हो जाती है, इससे हवाओं के मार्ग और रफ्तार में परिवर्तन आ जाता है और इसके चलते मौसम चक्र बुरी तरह से प्रभावित होता है। मौसम में बदलाव के कारण कई स्थानों पर सूखा पड़ता है तो कई जगहों पर बाढ़ आती है। बच्चों के शवों के मुंह समुद्र की ओर हैं। कुछ के शरीर पर अब भी मांस और बाल हैं।

पुरातत्वविदों ने कहा कि यह बहुत विचलित करनेवाला अनुभव था क्योंकि हम खुदाई कर रहे थे और हमें बच्चों के शरीर का अवशेष मिल रहा था। कैस्टिलो ने कहा कि मासूम अवशेष को देखने के कुछ ही दूर और खुदाई करने पर किसी अन्य बच्चे का अवशेष मिल रहा था। यह सब कुछ बहुत विचलित करनेवाला अनुभव था। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि भविष्य में कुछ और बच्चों के भी अवशेष मिले।


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