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लोकतांत्रिक देशों का गठजोड़ कर चीन से निपटेगा अमेरिका, सीनेट में पेश किया गया एक विधेयक

विधेयक में भागीदारी के मानदंडों को भी निर्धारित किया गया है। इस समूह में सिर्फ उन्हीं देशों को शामिल किया जाएगा जहां पर ना केवल लोकतांत्रिक सरकार काम कर रही हो बल्कि उसका लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास भी हो।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Published: Tue, 16 Mar 2021 04:43 PM (IST)Updated: Tue, 16 Mar 2021 04:43 PM (IST)
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की फाइल फोटो

वाशिंगटन, एएनआइ। चीन की बढ़ती तकनीकी शक्ति और उससे पैदा होने वाले खतरे से निपटने के लिए अमेरिकी सीनेट में एक विधेयक पेश किया गया है। बिल में लोकतांत्रिक देशों के साथ साझेदारी और तकनीक विकसित करने पर जोर दिया गया है।

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बता दें कि बिल मार्क वार्नर और बॉब मेनेंडेज के नेतृत्व में दोनों दलों से ताल्लुक रखने वाले सीनेटरों ने इस महीने की शुरुआत में यह विधेयक पेश किया था। अगर यह कानून की शक्ल ले लेता है तो इसे 'डेमोक्रेसी टेक्नोलॉजी पार्टनरशिप एक्ट' के तौर पर जाना जाएगा।

विधेयक में भागीदारी के मानदंडों को भी निर्धारित किया गया है। इस समूह में सिर्फ उन्हीं देशों को शामिल किया जाएगा, जहां पर ना केवल लोकतांत्रिक सरकार काम कर रही हो बल्कि उसका लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास भी हो। उन्नत प्रौद्योगिकी वाली अर्थव्यवस्था के साथ-साथ उस देश की रक्षा व खुफिया मुद्दों पर अमेरिका के साथ अंतरराष्ट्रीय सहयोग और समन्वय में रुचि हो। 'डेमोक्रेसी टेक्नोलॉजी पार्टनरशिप एक्ट' के तहत पांच अरब डॉलर का अंतरराष्ट्रीय टेक्नोलॉजी पार्टनरशिप फंड बनाया जाएगा। इसका उपयोग सदस्य देशों के बीच शोध को बढ़ावा देने में किया जाएगा।


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