चांद पर फिर मानव उतारने की तैयारी में अमेरिका, 2024 तक मानव मिशन भेजने का निर्देश
अमेरिका करीब पांच दशक बाद चंद्रमा पर दोबारा मानव मिशन की तैयारी में जुट गया है। वह अगले पांच साल में इस अभियान को पूरा करना चाहता है।
वाशिंगटन, रायटर/एएफपी। अमेरिका करीब पांच दशक बाद चंद्रमा पर दोबारा मानव मिशन की तैयारी में जुट गया है। वह अगले पांच साल में इस अभियान को पूरा करना चाहता है।
अलबामा में नेशनल स्पेस काउंसिल की बैठक में उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने कहा, 'बीती सदी के सातवें और आठवें दशक की तरह हम फिर अंतरिक्ष की होड़ में हैं। तब हमारे सामने सोवियत संघ था और अब चीन है। इसी कारण हमें 2024 तक चांद पर पहुंचना ही होगा।' अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के अधिकारियों ने इस चुनौती को स्वीकार कर लिया है। नासा के जिम ब्राइडेंस्टाइन ने कहा, 'हम चुनौती स्वीकार करते हैं। अब काम पर जुटने का समय है।'
नासा इस समय अपने अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (आइएसएस) पर भेजने के लिए भी संघर्ष कर रहा है। 2011 में अमेरिका का स्पेस शटल प्रोग्राम खत्म हो गया था। उसके बाद से एजेंसी अंतरिक्ष यात्रियों को आइएसएस पर भेजने के लिए रूस के सोयूज यान पर निर्भर है। 1972 के बाद से नासा ने चांद पर भी कोई मानव मिशन नहीं भेजा है। वह 2024 तक चांद की कक्षा में 'गेटवे' स्टेशन स्थापित करने और 2028 में मानव मिशन लांच करने की तैयारी में था।
लेकिन पेंस की घोषणा के बाद उसके सामने मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। पेंस ने कहा, 'हमें पांच साल में चांद पर अपनी उपस्थिति स्थापित करनी है। उसके तुरंत बाद मंगल ग्रह पर मानव मिशन भेजना है। इस मिशन में असफल होने को विकल्प नहीं है।'
एसएलएस रॉकेट में देरी के कारण टल रहा चंद्र मिशन
सोयूज यान पर अपनी निर्भरता खत्म करने के लिए नासा ने अंतरिक्ष यान और रॉकेट बनाने का करार स्पेस एक्स और बोइंग जैसी निजी कंपनियों को दिया है। चंद्र मिशन के लिए बोइंग स्पेस लांच सिस्टम (एसएलएस) रॉकेट विकसित कर रही है। 2020 में एसएलएस पर मानव रहित मिशन लांच किया जाना था। लेकिन नासा ने हाल में कहा था कि 2020 तक रॉकेट शायद तैयार नहीं हो पाएगा।
इस बार चांद पर उतरेगी महिला
बीते दिनों नासा ने कहा था कि मंगल और चांद पर कदम रखने का मौका किसी महिला को मिल सकता है। पेंस ने इसकी पुष्टि कर दी है। उन्होंने कहा, 'मैं स्पष्ट कर दूं कि चांद पर उतरने वाली पहली महिला अमेरिका से होगी।'