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अमेरिकी चुनाव में दखल के आरोपों पर उबाल, बाइडन बोले- रूस को चुकानी पड़ेगी कीमत, पुतिन प्रशासन ने कही यह बात

अमेरिका में साल 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के इशारे पर मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिशें करने की रिपोर्टों पर अंतरराष्‍ट्रीय सियासत गरमा गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूस को खुली चेतावनी दी है...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Wed, 17 Mar 2021 06:41 PM (IST)Updated: Thu, 18 Mar 2021 12:18 AM (IST)
जो बाइडन ने कहा है कि पुतिन को चुनाव में दखलंदाजी करने का खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

वाशिंगटन, एजेंसियां। अमेरिका में साल 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के इशारे पर मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिशें करने की रिपोर्टों पर अंतरराष्‍ट्रीय सियासत गरमा गई है। समाचार एजेंसी रॉयटर के मुताबिक अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि पुतिन को चुनाव में दखलंदाजी करने का खामियाजा भुगतना पड़ेगा। एबीसी को दिए साक्षात्कार में बाइडन ने कहा कि आप आगे देखिए, क्या होता है। जो उन्होंने किया है, उसकी कीमत वही चुकाएंगे।

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रूस ने साजिश के आरोपों को नकारा

वहीं रूस ने अमेरिका की खुफिया विभाग की रिपोर्ट का खंडन किया है। समाचार एजेंसी रॉयटर के मुताबिक रूस ने कहा है कि यह पूरी तरह गलत है कि पुतिन का इन साजिशों में कोई हाथ था। अमेरिका में रूसी दूतावास ने कहा कि ऐसे आरोप हमारे देश की छवि खराब करने का प्रयास हैं।

इस रिपोर्ट पर मचा बवाल

न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका के 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के इशारे पर वोटरों को प्रभावित करने की कोशिश की गई थी। रूसी खुफिया एजेंसी ने ट्रंप के सहयोगियों के साथ मिलकर जो बाइडन के खिलाफ यूक्रेन से संबंधित भ्रष्टाचार के आरोपों को मजबूती देने का प्रयास किया था। हालांकि अमेरिका की पूरी चुनाव प्रक्रिया में कोई दखलंदाजी नहीं हो सकी।

रिपोर्ट में कही गई यह बात

दरअसल, अमेरिका की खुफिया एजेंसी की एक गोपनीय रिपोर्ट के लीक होने के बाद उक्‍त जानकारी सामने आई है। खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान वोटरों को प्रभावित करने की कोशिशें पुरजोर तरीके से की गई थीं। रिपोर्ट के अनुसार रूस की इस चुनाव में प्रमुख रणनीति जो बाइडन के खिलाफ वोटरों को प्रभावित करने की थी।

इन्‍हें बनाया गया माध्‍यम

यही नहीं रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वोटरों को प्रभावित करने के लिए रूस ने खुफिया विभाग के संपर्क में रहने वाले अमेरिकी मीडिया संगठनों, अधिकारियों, प्रमुख लोगों और कुछ ऐसे लोग, जो ट्रंप के करीबी थे, इन सभी को अपना माध्यम बनाया। रूस का मकसद जो बाइडन के खिलाफ भ्रामक और बेबुनियाद आरोपों को मजबूती देने का प्रयास था।

ट्रंप के वकील ने निभाई थी अहम भूमिका

रूस ने जो बाइडन और उनके परिवार के खिलाफ यूक्रेन से संबंधित भ्रष्टाचार के आरोपों के लिए समन्वय का काम किया। इसमें ट्रंप के वकील रूडी गिउलियानी ने प्रमुख भूमिका निभाई थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी वोटरों को प्रभावित करने के लिए इन कोशिशों के पीछे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निर्देशन में ही पूरा काम चल रहा था। ईरान और चीन ने भी अपनी तरह से वोटरों को प्रभावित करने की कोशिश की थी। इसके लिए हैकरों का भी इस्तेमाल किया गया था।


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