Airline Fraud: महिला कर्मी ने हवाई टिकटों के अपग्रेडेशन में किया 5.57 करोड़ का फ्रॉड
एयरलाइन कर्मचारियों व यात्रियों द्वारा हवाई यात्रा के दौरान की जाने वाली धोखाधड़ी की वजह से विमानन कंपनियों को प्रति वर्ष 7092 करोड़ रुपये का नुकसान झेलना पड़ता है।
बोस्टन। इंटरनेशनल एयरलाइन की महिला कर्मचारी द्वारा परिवार के हवाई टिकटों को अपग्रेड कर साढ़े पांच करोड़ रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोपी पिछले करीब 15 महीनों से इस तरह की धोखाधड़ी कर रही थी। मामले का खुलासा होने पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में आरोपी को 20 वर्ष तक के जेल की सजा हो सकती है।
वाशिंगटन पोस्ट, फॉक्स न्यूज, न्यूयॉर्क बिजनेस जर्नल समेत अन्य अमेरिकी समाचार पत्रों के अनुसार धोखाधड़ी का ये मामला अमेरिका की बोस्टन फेडरल कोर्ट (Boston Federal Court) में चल रहा है। गिरफ्तार आरोपी, 31 वर्षीय महिला टिफनी जेनकिंस (Tiffany Jenkins) है। वह अमेरिका की जेट ब्लू एयरलाइन (JetBlue Airlines) में काम करती थी। आरोप है कि उसने एयरलाइन में काम करने के दौरान उसके डेटाबेस में छेड़छाड़ कर 100 से अधिक लोगों के बेहद कम कीमत वाले टिकटों को फर्जी तरीके से बेहद महंगे, हाई क्लास टिकटों में अपग्रेड कर दिया।
पूर्व जेट ब्लू कर्मी टिफनी जेनकिंस द्वारा जिन लोगों के टिकट अपग्रेड किए गए हैं, उनमें उसके परिवार के लोग, रिश्तेदार और दोस्त शामिल हैं। जांच में पता चला है कि आरोपी पिछले करीब 15 महीनों से इन लोगों के टिकटों को फर्जी तरीके से अपग्रेड कर रही थी। इस तरह से आरोपी ने जेट ब्लू एयरलाइन को 7,85,000 डॉलर (भारतीय मुद्रा में लगभग 5.57 करोड़ रुपये) का नुकसान पहुंचाया है।
जुलाई 2016 से सितंबर 2017 के बीच हुआ फ्रॉड
यूएस मीडिया के मुताबिक मामले की जांच में पता चला है कि आरोपी ने ये फर्जीवाड़ा जुलाई 2016 से सितंबर 2017 के बीच किया है। आरोपी टिफनी जेनकिंस ने जेट ब्लू के रिजर्वेशन डेटाबेस में छेड़छाड़ कर कम कीमती की टिकटों को महंगी लग्जरी टिकटों में अपग्रेड कर दिया था। ये धोखाधड़ी इस तरह से की गई है, जैसे कि कैलिफोर्निया के लास वेगास से लॉन्ग बीच तक के लिए एक त्वरित और सस्ती हवाई टिकट बुक की गई थी। बाद में इसे महंगी टिकट में बदल कर कहीं और जाने वाली लंबी दूरी की यात्रा वाले टिकट में बदल दिया गया।
कई गुना बढ़ जाता है किराया
सामान्यतः डेस्टिनेशन (गंतव्य स्थान) बदलने पर यात्रियों को हवाई टिकट निरस्त कर, दूसरे जगह जाने वाली फ्लाइट में टिकट बुक करानी होती है। इसके लिए उसे पहले हवाई टिकट का कैंसेलेशन चार्ज देना होता है। साथ ही अपेक्षाकृत लंबी दूरी की नई टिकट बुक करने पर महंगी टिकट बुक करानी होती है। इस तरह से यात्री को हवाई यात्रा के लिए काफी ज्यादा रकम खर्च करनी होती। अगर उसकी यात्रा लग्जरी हो, मसलन बिजनेस क्लास तो और टिकट की कीमतें कई गुना ज्यादा हो जाती हैं।
कोर्ट में एयरलाइन कंपनी का पक्ष
एयरलाइन गेट एजेंट के तौर पर जेनकिंस के पास कंप्यूटर रिजर्वेशन डेटाबेस में जाकर एक विशेष कोड डालकर यात्री के हवाई सफर में बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के परिवर्तन करने का अधिकार था। वह यात्रियों के डेस्टिनेशन और क्लास आदि में परिवर्तन करने के लिए अधिकृत थी। कोर्ट में एयरलाइन की तरफ से पेश वकील ने बताया कि आरोपी के पास यात्रा में किसी तरह का परिवर्तन करने के लिए जो कोड़ होता था उसका प्रयोग केवल दो ही परिस्थितियों में किया जा सकता था। पहला जब किसी यात्री की फ्लाइट छूट गई हो, दूसरा जब किसी यात्री के परिवार में कोई मौत हो गई हो।
नवंबर 2018 में पकड़ी गई थी जेनकिंस
आरोपी जेनकिंस को नवंबर 2018 में गिरफ्तार किया गया था, जब उसने 505 टिकटों को बदला दिया था। इस अपराध के लिए जेनकिंस को 20 सात तक की सजा हो सकती है। साथ ही उसे तीन साल तक पुलिस निगरानी में रखने का भी आदेश दिया जा सकता है। इसके अलावा उस पर 2,50,000 डॉलर तक का जुर्माना या एयरलाइन को हुए नुकसान अथवा उसके (आरोपी द्वारा) द्वारा कमाए गए लाभ की दो गुनी राशि में से जो ज्यादा हो जुर्माने के तौर पर वसूली जा सकती है।
पहले भी हुए हैं ऐसे फ्रॉड
अमेरिकी समाचार पत्रों के मुताबिक एयरलाइन कंपनी में इस तरह की धोखाधड़ी करने वाली जेनकिंस कोई पहली कर्मचारी नहीं है। वर्ष 2010 में यूनाइटेड एयरलाइन के कर्मचारी मर्सडेज बी स्टेफोर्ड को ऐसे ही एक मामले में कोर्ट ने 30 महीनों की सजा सुनाई थी। उस पर अपने दोस्तों, परिवार और रिश्तेदारों के 525 हवाई टिकटों में इसी तरह का फर्जीवाड़ा करने का आरोप था। ये फर्जीवाड़ा उसने मई 2007 से अक्टूबर 2009 के बीच किया था। इसके अलावा इसी वर्ष मार्च महीने में दि शिकागो ट्रिब्यून ने एक खबर प्रकाशित की थी, जिसके मुताबिक यूनाइटेड एयरलाइन ने अपने 35 कर्मचारियों को इसलिए नौकरी से निकाल दिया था, क्योंकि वह अपने बडी पास (साथ जाने वाले के लिए रियायती टिकट) यात्रियों को बेच देते थे। ये पास कर्मचारियों को उनके दोस्त या परिवार के सदस्य के साथ रियायती हावई यात्रा करने के लिए दिये जाते हैं।
7092 करोड़ का है सालाना नुकसान
मालूम हो कि हवाई यात्रा के लिए एयरलाइन कर्मचारियों या यात्रियों द्वारा की जाने वाली धोखाधड़ी, उड्डयन उद्योग (Aviation Industry) को काफी नुकसान पहुंचा रहा है। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के मुताबिक केवल क्रेडिट कार्ड फ्रॉड की वजह से ही एयरलाइन कंपनियों को प्रति वर्ष कुल एक बिलियन डॉलर (भारतीय मुद्रा में 7092 करोड़ रुपये) का नुकसान झेलना पड़ रहा है।